मुख्यमंत्री आवास पर विधायक दल की बैठक जारी, पीसी शर्मा का दावा ‘हमारे पास फॉर्मूला 5’

मुख्यमंत्री आवास पर विधायक दल की बैठक जारी, पीसी शर्मा का दावा ‘हमारे पास फॉर्मूला 5’

भोपाल ब्यूरो: मध्य प्रदेश विधानसभा में आज शाम 5 बजे से पहले फ्लोर टेस्ट होना है। फ्लोर टेस्ट को लेकर कांग्रेस से जुड़े लोगों ने कल देर रात तक मंथन किया। कमलनाथ सरकार में मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के आवास पर डिनर पार्टी का भी आयोजन हुआ।

वहीँ आज मुख्यमंत्री कमलनाथ के आवास पर इस समय कांग्रेस विधायक दल की बैठक चल रही है। इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ 12 बजे एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करेंगे।

विधानसभा में कमलनाथ सरकार विश्वास मत हासिल कर पाएगी या नहीं, इसे लेकर अभी कयासों का दौर जारी है। जहाँ तक संख्याबल का सवाल है तो बागी विधायकों के इस्तीफे स्वीकार किये जाने के बाद कमलनाथ सरकार के पास बहुमत के लिए संख्याबल नहीं है।

इससे पहले आज कमलनाथ सरकार में मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि हमारे पास फॉर्मूला 5 है। मीडिया से बातचीत में पीसी शर्मा ने कहा कि ‘इस बार इन्होंने(भाजपा) ‘होर्स ट्रेडिंग’ नहीं की, ‘ऐलिफेंट ट्रेंडिग’ की है। हम बहुमत सिद्ध करेंगे, हमारे पास फॉर्मूला 5 है। 12 बजे खुलासा करेंगे कि 16 विधायकों को किस तरह से बंधक बनाया गया’

क्या है विधानसभा का गणित:

230 सदस्यों वाली मध्य प्रदेश विधानसभा में दो सदस्यों के निधन के कारण इस समय सदस्यों की संख्या 228 है। इसमें 22 विधायकों के इस्तीफे स्वीकार किये जाने के बाद सदन में सदस्यों की संख्या 206 रह जाती है। यानि कि बहुमत के लिए 104 विधायकों के समर्थन की आवश्यकता पड़ेगी।

बागी विधायकों के इस्तीफे के बाद अब कांग्रेस के सदस्यों की संख्या घटकर 92 रह गई है। उसे चार निर्दलीय, दो बसपा और एक सपा के विधायक का भी समर्थन प्राप्त है। सबको मिलाकर कांग्रेस के विधायकों की तादाद 99 हो जाती है,वहीँ बीजेपी के दो विधायक जो कि मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात कर चुके हैं, यदि उन्हें भी मिला लिया जाए तो भी कांग्रेस के विधायकों की तादाद 101 होती है और वह बहुमत से 03 विधायक दूर है। बीजेपी के विधायकों की संख्या107 है जो बहुमत से अधिक है।

ऐसे में कमलनाथ सरकार के पास दो ही रास्ते हैं, या तो बीजेपी के दो विधायकों की तरह कम से कम 5 और बीजेपी विधायक सदन में विश्वासमत के दौरान सरकार के पक्ष में मतदान करें या बहुमत परीक्षण से पहले ही मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने पद से इस्तीफा दे दें।

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TeamDigital