वक़्फ़ संपत्तियों में घोटाले के आरोपी वसीम रिज़वी ने ग्रहण किया हिन्दू धर्म, CBI कर रही है जांच

वक़्फ़ संपत्तियों में घोटाले के आरोपी वसीम रिज़वी ने ग्रहण किया हिन्दू धर्म, CBI कर रही है जांच

गाज़ियाबाद। शिया वक़्फ़ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिज़वी ने आज हिन्दू रीति रिवाज के मुताबिक धर्म परिवर्तन किया। डासना मंदिर में महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने उन्हें हिंदू धर्म ग्रहण कराया।

हिन्दू धर्म ग्रहण करने के साथ ही वसीम रिज़वी का नाम परिवर्तन कर उनका नाम जितेंद्र नारायण त्यागी रखा गया है। यानि इस्लाम धर्म का त्याग कर हिन्दू धर्म ग्रहण करने के बावजूद भी वसीम रिज़वी को ब्राह्मण समुदाय में जगह नहीं दी गई।

इससे पहले वसीम रिज़वी कई धार्मिक अनुष्ठानो में शामिल हुए। उनसे कई तरह के धर्मिक अनुष्ठान कराये गए। उसके बाद उनका धर्म परिवर्तन कर उनके नए नाम का एलान किया गया।

हिंदू धर्म में शामिल होने से पहले उन्होंने सनातन धर्म की अच्छाइयां गिनवाते हुए इसे दुनिया का सबासे बड़ा धर्म बताया। इतना ही नहीं वसीम रिज़वी ने कहा कि आज से वह केवल हिंदुत्व के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि मुसलमानों का वोट किसी भी सियासी पार्टी को नहीं जाता है। मुसलमान सिर्फ हिंदुत्व के खिलाफ और हिंदुओं को हराने के लिए वोट करते हैं।

गौरतलब है कि कुरान की 26 आयतों को हटवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में का रुख करने के बाद वह लगातार चर्चा का केंद्र बने रहे. इस घटना के बाद शिया और सुन्नी समुदाय के उलेमाओं ने फतवा जारी कर उन्हें इस्लाम से बाहर निकाल दिया।

वसीम रिज़वी पर वक्फ की कई संपत्तियों को लेकर भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं। जिसके बाद उन पर कई FIR दर्ज हुईं। योगी सरकार ने वक्फ संपत्तियों की जांच CBCID को सौंप दी। फिलहाल इस मामले की जांच सीबीआई देख रही है।

वसीव रिजवी पर कुल 11 केस दर्ज हैं। उन पर शिया वक्फ की संपत्तियां गैर कानूनी तरीके से खरीदने, बेचने और ट्रांसफर करने का आरोप है। इस सबके बीच अब वह इस्लाम छोड़कर हिंदू बन गए हैं।

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TeamDigital