उत्तर प्रदेश: तीसरे चरण में आज होगा 59 सीटों पर मतदान, यादव लैंड पर नज़र
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में राज्य के 16 जिलों के 59 निर्वाचन क्षेत्रों में तीसरे चरण के लिए रविवार को मतदान होगा। तीसरे चरण में जिन जिलों में आज मतदान होगा उनमे मैनपुरी, हाथरस, फिरोजाबाद, एटा, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, जालौन, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर और महोबा जिले शामिल हैं।
तीसरे चरण में यादव बाहुल्य मतदाताओं वाली विधानसभा सीटों की अच्छी तादाद है। मैनपुरी, एटा, इटावा, औरैया, जालौन, कासगंज जिलो के अंतर्गत आने वाली विधानसभा सीटों पर यादव मतदाता निर्णायक भूमिका में हैं। ऐसे में सभी की नज़रें इन्ही विधानसभा सीटों पर लगी है।
वर्ष 2017 में भाजपा ने तीसरे चरण की 59 सीटों में से कुल 49 सीटें जीती थीं जबकि सपा को सिर्फ नौ सीटों से संतोष करना पड़ा था। कांग्रेस को एक सीट मिली थी, जबकि बहुजन समाज पार्टी को एक भी सीट नहीं मिल सकी थी।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि मतदान रविवार सुबह सात बजे से शुरू होकर शाम छह बजे तक चलेगा और चुनाव आयोग ने संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए उचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया है कि मतदाताओं को अपने मताधिकार का इस्तेमाल करते समय किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
तीसरे चरण में दो करोड़ 15 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इनमें एक करोड़ 16 लाख से अधिक पुरुष मतदाता और 99 लाख से ज्यादा महिला मतदाता हैं, जबकि एक हजार से अधिक किन्नर (थर्ड जेंडर) मतदाता शामिल हैं।
तीसरे चरण में राज्य के 16 जिलों के 59 विधानसभा क्षेत्रों में मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट भी शामिल है, जहां सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी से केंद्रीय मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल और मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आमने-सामने हैं। मैनपुरी जिले के साथ ही हाथरस, फिरोजाबाद, एटा, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, जालौन, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर और महोबा जिलों के विधानसभा क्षेत्रों में तीसरे चरण में कुल 627 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। तीसरे चरण वाले इन जिलों में शुक्रवार की शाम को चुनाव प्रचार समाप्त हो गया था।
अखिलेश मैनपुरी जिले के करहल क्षेत्र से पहली बार विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमा रहे हैं। वर्ष 2017 में भाजपा की लहर में भी सपा के सोबरन सिंह यादव ने इस सीट पर अपनी जीत बरकरार रखी थी। अखिलेश के मुकाबले केंद्रीय मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल के भाजपा उम्मीदवार के रूप में सामने आने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है।
बघेल पहले ही दावा कर चुके हैं कि किसी भी निर्वाचन क्षेत्र को ‘किला’ या ‘गढ़’ नहीं कहा जा सकता है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बघेल के लिए प्रचार करने और सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव अपने पुत्र अखिलेश यादव के लिए करहल के मतदाताओं के बीच प्रचार कर चुके हैं।
इन चुनावों में अपनी पहली उपस्थिति दर्ज कराते हुए मुलायम ने अपने बेटे के लिए करहल में वोट मांगा, जबकि अमित शाह ने मतदाताओं से कहा कि केवल एक सीट (करहल) 300 सीटों का काम कर सकती है। अमित शाह ने कहा था, “करहल में कमल को जीत दिलाएं और राज्य से सपा का सफाया हो जाएगा।”
इस बीच, भाजपा पहले ही चुनाव आयोग से संपर्क कर करहल के सभी बूथों पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती की मांग कर चुकी है। इतना ही नहीं, इसने बघेल के काफिले पर हमले की हालिया घटना के बाद सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग भी की है।
कांग्रेस महासचिव व उप्र मामलों की प्रभारी प्रियंका गांधी ने कानपुर, हमीरपुर और जालौन में घर-घर प्रचार और रोड शो किया। बसपा प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने औरैया व जालौन में जनसभा को संबोधित किया।
तीसरे चरण के कुल 627 उम्मीदवारों में राज्य सरकार के मंत्री सतीश महाना (महाराजपुर-कानपुर) व आबकारी मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री (भोगांव-मैनपुरी) रामवीर उपाध्याय (हाथरस – सादाबाद) भाजपा से चुनाव मैदान में हैं, जबकि पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद फर्रुखाबाद सदर से कांग्रेस की उम्मीदवार हैं। जबकि अखिलेश के चाचा शिवपाल सिंह यादव अपनी पारंपरिक जसवंतनगर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) छोड़कर राजनीति में कूदे अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारी रहे असीम अरुण भी इसी चरण में कन्नौज के सदर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर अपनी राजीतिक किस्मत आजमा रहे हैं।
पहले चरण में 10 फरवरी को 58 और दूसरे चरण में 14 फरवरी को 55 सीटों पर मतदान संपन्न हो चुका है। राज्य में सात चरणों में होने वाले विधानसभा चुनाव के सातवें चरण का मतदान सात मार्च को होगा। परिणाम 10 मार्च को आएंगे ।