28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे उद्धव, शरद पवार से मिलने पहुंचे अजित पवार
मुंबई। महाराष्ट्र में पिछले कई दिनों से चल रहे महानाटक का पटाक्षेप होने के बाद बीजेपी खेमे में मायूसी है। दो दिन पहले देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद जश्न मनाने वाले बीजेपी कार्यकर्ताओं के चेहरों पर आज मायूसी झलक रही थी।
शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस की कड़ी निगरानी के चलते विधायकों का इधर से उधर होना असम्भव होने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने आखिर घुटने तक दिए और बहुमत न होने की बात स्वीकार करते हुए इस्तीफा दे दिया।
फडणवीस के इस्तीफे के बाद अब महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनने का रास्ता साफ़ हो गया है। शिवसेना की तरफ से उद्धव ठाकरे राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे। वे 28 नवंबर को शपथ लेंगे।
शिवसेना के राजनैतिक इतिहास में पहली बार पार्टी का कोई नेता मुख्यमंत्री बनेगा। जयंत पाटिल ने कहा, उद्धव ठाकरे 28 नवंबर को लेंगे सीएम पद की शपथ। शपथ ग्रहण समारोह शिवाजी पार्क में शाम 5 बजे होगा।
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने बुधवार को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है जहां अस्थायी अध्यक्ष द्वारा 288 नवनियुक्त सदस्यों को शपथग्रहण कराए जाने के बाद शक्ति परीक्षण कराया जाएगा। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी।
शरद पवार से मिलने पहुंचे अजित पवार:
वहीँ एनसीपी से बगावत कर बीजेपी की सरकार बनवाने वाले बागी नेता अजित पवार खाली हाथ होने के बाद एनसीपी सुप्रीमो और अपने चाचा शरद पवार से मिलने उनके आवास पर पहुंचे।
हालाँकि अभी यह नहीं पता चल सका है कि दोनों के बीच क्या बात हुई लेकिन सूत्रों की माने तो अजित पवार ने अपने किये पर खेद व्यक्त किया है। इससे पहले कल शरद पवार ने साफतौर पर कहा था कि वे अजित पवार के खिलाफ पार्टी के नियमो के अंतर्गत कार्रवाही करेंगे।
इससे पहले कल शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस ने 162 विधायकों की मीडिया के सामने परेड कराकर अपने इरादे ज़ाहिर कर दिए थे। विधायकों की परेड के बाद ही साफ़ हो गया था कि बीजेपी के पास बहुमत नहीं है और बहुमत के दावे वाले सभी बयान मात्र हवाबाज़ी हैं।