पीएम मोदी के केंडल जलाने के संदेश पर ओवैसी बोले ‘यह देश इवेंट मैनेजमेंट कंपनी नहीं है’

पीएम मोदी के केंडल जलाने के संदेश पर ओवैसी बोले ‘यह देश इवेंट मैनेजमेंट कंपनी नहीं है’

नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा आज साझा किये गए एक वीडियो संदेश में देशवासियों से 5 अप्रेल की रात 9 बजे 9 मिंनट घर की बालकनी या दरवाज़े पर दिया, केंडल या टोर्च से रौशनी करने का आह्वान किये जाने पर आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।

ओवैसी ने एक के बाद एक कई ट्वीट किये। पीएम मोदी के बयान पर उन्होंने अपने पहले ट्वीट में कहा कि ‘यह देश इवेंट मैनेजमेंट कंपनी नहीं है। भारत के लोग इंसान हैं जिनके सपने और उम्मीदें भी हैं। 9 मिनट की नौटंकी में हमारी जिंदगी को कम मत करो।’

ओवैसी ने ट्वीट में पीएमओ को टैग करते हुए लिखा है कि ‘हम जानना चाहते थे कि राज्यों को क्या सहायता मिलेगी और गरीबों को क्या राहत मिलेगी लेकिन इसके बजाय हमें कुछ नया ड्रामा मिला।’

वहीँ एक अन्य ट्वीट में ओवैसी ने कहा कि ‘यह ट्यूब-लाइट आइडिया वास्तव में यूनीक था। पूरे भारत में लाखों भूखे, गरीब और बेघर लोग प्रवासियों के रूप में अपने घरों के लिए जा रहे हैं, मैं पूछना चाहता हूं: लाइट कहां है। ओवैसी ने कहा कि ‘मुझे पता है कि आप केवल पॉजिटिव वाइब्स चाहते हैं और कुछ मुद्दों को उठाना नहीं चाहते हैं, लेकिन लाइट कहां है?’

एआईएमआईएम अध्यक्ष ने कहा कि ‘सुप्रीम कोर्ट में आपके वकीलों का कहना है कि इन प्रवासियों में से एक तिहाई शायद संक्रमण ले जा रहे हों जबकि आपका स्वास्थ्य मंत्रालय कहता है कि भारत में कम्युनिटी ट्रांसमिशन का कोई प्रमाण नहीं है। लाइट कहां है, पीएमओ।’

हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि ‘एक अनियोजित लॉकडाउन का मतलब गरीबों का अधिक से अधिक कष्ट सहना है। आपने उन्हें अमीरों के दान और राज्यों की सीमित आर्थिक क्षमताओं के सहारे छोड़ दिया है। जब सीएम आपसे वित्तीय राहत मांगते हैं, तो आप उनसे अपनी लाइट बंद करने को कहते हैं?’

उन्होंने कहा कि ‘अंधकारमय बैंकिंग क्षेत्र के बारे में पीएमओ का क्या कहना है? हमारी बढ़ती एनपीए समस्या दूर नहीं हो रही है। आपका पूर्व-कोरोना संकटग्रस्त आर्थिक संकट अब एक आसन्न वित्तीय आपदा बन जाएगी। हमारी बचत का क्या होगा? बैंकों का क्या होगा?’

ओवैसी ने अपने अंतिम ट्वीट में पीएम मोदी को इंगित करते हुए कहा कि ‘अपने लाखों, करोड़ों के ‘राहत’ पर कुछ लाइट डालें। इससे भारत के 90% मजदूरों को फायदा होगा जो असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं।’

अपनी राय कमेंट बॉक्स में दें

TeamDigital