अभी सोनिया ही रहेंगी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष, अगले 6 महीनो में होगा अध्यक्ष पद का चुनाव

अभी सोनिया ही रहेंगी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष, अगले 6 महीनो में होगा अध्यक्ष पद का चुनाव

नई दिल्ली। कांग्रेस कार्यसमिति की आज संपन्न हुई बैठक में फैसला लिया गया कि फिलहाल सोनिया गांधी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी और अगले 6 महीने के अंदर पार्टी के पूर्णकालिक अध्यक्ष का चुनाव कराया जाएगा।

करीब 7 घंटे तक चली कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में फैसला लिया गया कि संगठन का विस्तार करने के लिए पार्टी का सदस्यता अभियान शुरू किया जाएगा। इतना ही नहीं सोनिया गांधी के काम का बोझ काम करने के लिए कुछ कांग्रेस नेताओं को काम बांटे जाएंगे।

इससे पहले कार्यसमिति की बैठक शुरू होने के बाद पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपना पद छोड़ने की इच्छा जताई। बैठक में उस चिट्ठी का ज़िक्र भी हुआ जिस पर कांग्रेस के 23 नेताओं के हस्ताक्षर थे।

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस चिट्ठी का ज़िक्र करते हुए नाराज़गी जताई। राहुल गांधी ने कहा कि यह चिट्ठी उस समय लिखी गई जब कांग्रेस राजस्थान और मध्य प्रदेश में बीजेपी के खिलाफ लड़ाई लड़ रही थी और पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी अस्वस्थ थीं। राहुल ने कहा कि इससे मैं आहत हुआ हूँ क्यों कि कांग्रेस नेता के साथ मैं उनका बेटा भी हूँ।

कांग्रेस नेताओं की चिट्ठी पर चर्चा के दौरान माहौल गर्म हो गया था। राहुल गांधी ने चिट्ठी की टाइमिंग पर सवाल उठाये और कहा कि इस चिट्ठी के लीक होने से बीजेपी लाभ उठाएगी। इस पर राज्य सभा सांसद गुलामनबी आज़ाद ने कहा कि यदि बीजेपी की मदद का आरोप साबित हो जाए तो वे इस्तीफा देने को तैयार हैं।

पूर्व प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह और वरिष्ठ कांग्रेस नेता एके एंटनी ने चिट्ठी लिखे जाने पर नाराज़गी ज़ाहिर की। वहीँ कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने राज्य सभा सांसद आनंद शर्मा पर चिट्ठी का ड्राफ्ट तैयार करने का आरोप लगाया। इस दौरान कांग्रेस महासचिव भावुक हो गए और उन्होंने चिट्ठी पर हस्ताक्षर करने के लिए माफ़ी मांगी। इस पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि पार्टी में सभी की बात सुनी जानी चाहिए।

बैठक में लगभग सभी नेताओं ने राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाये जाने की मांग की। वहीँ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कुछ अन्य नेताओं ने सोनिया गांधी से फ़िलहाल अध्यक्ष पद पर बने रहने का आग्रह किया।

चिट्ठी में नेतृत्व पर नहीं उठाये सवाल:

वहीँ सूत्रों की माने तो कांग्रेस के 23 नेताओं के हस्ताक्षर वाली चिट्ठी में पार्टी नेतृत्व को लेकर कोई सवाल नहीं उठाये गए हैं बल्कि इस चिट्ठी में कांग्रेस संगठन को धार देने और बीजेपी से मुकाबले के लिए तैयारी करने की बात कही गई है।

सूत्रों के मुताबिक इस पत्र पर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी, मुकुल वासनिक, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा, गुलाम नबी आज़ाद सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने हस्ताक्षर किये थे।

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TeamDigital