बीजेपी को और बड़े झटके देने की तैयारी में कमलनाथ, गुप्त बैठकों का दौर जारी

बीजेपी को और बड़े झटके देने की तैयारी में कमलनाथ, गुप्त बैठकों का दौर जारी

भोपाल ब्यूरो। मध्य प्रदेश में 24 विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव से कांग्रेस और बीजेपी में कड़ी रस्साकशी जारी है। कल सिंधिया घराने के करीबी रहे बालेंदु शुक्ला की कांग्रेस में घर वापसी के बाद अब कमलनाथ बीजेपी को दो और बड़े झटके देने वाले हैं।

टीम कमलनाथ के एक सदस्य ने सूत्रों ने कहा कि हम पहले ही बीजेपी की रीड की हड्डी पर वार कर चुके हैं। पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू और कई बार के विधायक बालेंदु शुक्ला की कांग्रेस में घर वापसी हुई है। अभी आगे आगे देखिये होता है क्या।

सूत्रों ने पूछा कि क्या और भी बीजेपी नेताओं की कांग्रेस में एंट्री होगी ? इस पर टीम कमलनाथ के सदस्य ने कहा कि निश्चित रूप से होगी और दो बड़े झटके तो हम हाल फिलहाल में और देने वाले हैं। वहीँ उपचुनाव आते आते हम बीजेपी का हौसला नष्ट कर देंगे।

सूत्रों ने पूछा कि और दो बड़े झटके बीजेपी को कहाँ दिए जाने वाले हैं? इस पर टीम कमलनाथ के सदस्य ने कहा कि इतिहास खुद को दोहराएगा। चंबल-ग्वालियर के इलाको में बीजेपी को एक के बाद एक कई और झटके लगेंगे। उन्होंने कहा कि शिवराज के नेतृत्व और काम करने के तरीके के खिलाफ अभी लोगों ने मुंह खोना शुरू नहीं किया लेकिन जल्द असलियत बाहर आ जाएगी।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस का सच्चा सिपाही भारतीय जनता पार्टी में ज़्यादा दिन नहीं टिक सकता, उसे बीजेपी के अंदर के माहौल से घुटन होने लगती है। जो लोग श्रीमंत की बातो में आकर कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में गए हैं, उन्हें अपनी हैसियत का अंदाजा होने लगा है।

सूत्रों ने बताया कि टीम कमलनाथ से जुड़े एक सदस्य ने यह भी कहा कि शिवराज और उनके करीबी कमलनाथ को हलके में ले रहे थे लेकिन कमलनाथ वो सिपाही हैं जो घायल होने की परवाह नहीं करते और हर लड़ाई का निर्णय अपने पक्ष में करना जानते हैं। भले ही इसमें वक्त लगे, उतर चढ़ाव आएं लेकिन अंततः राज्य में कांग्रेस वापसी करेगी।

गौरतलब है कि उपचुनाव की तैयारी कर रही भारतीय जनता पार्टी को अब तक दो बड़े झटके लग चुके हैं। इनमे उज्जैन से पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू और ग्वालियर इलाके के हैवी वेट नेता बालेंदु शुक्ला बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं।

हालाँकि बीजेपी की तरफ से अभी भी बड़े दावे किये जा रहे हैं लेकिन उपचुनाव में यदि सिंधिया समर्थक सभी पूर्व विधायकों को टिकिट नहीं मिले तो बीजेपी में बड़ी बगावत से इंकार नहीं किया जा सकता।

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TeamDigital