शाहीन बाग़ की महिलाओं ने दिखाया दम, BJP- IT Cell को नोटिस भेजकर कहा ‘चुप नहीं बैठेंगे हम’
नई दिल्ली। नागरिकता कानून के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग़ में चल रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर बीजेपी आईटी सेल को अपनी हरकत महंगी पड़ सकती है। बीजेपी आईटी सेल ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया था कि शाहीन बाग़ के धरने में महिलाएं पैसे लेकर शामिल हो रही हैं।
बीजेपी आईटी सेल की इस करतूत पर शाहीन बाग़ में धरना दे रही महिलाओं ने दो टूंक शब्दों में कहा कि अब हम चुप नहीं बैठेंगे। बीजेपी आईटी सेल द्वारा लगाये गए झूठे इल्ज़ाम से पर्दा उठना ज़रूरी है और हम सच्चाई सामने आने तक इस लड़ाई को लड़ेंगे।
शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय को अवमानना का नोटिस भेजा है। अमित मालवीय को भेजे गए कानूनी नोटिस में तत्काल माफी मांगने और एक करोड़ रुपये का भुगतान करने की मांग की गई है।
मालवीय को ये नोटिस प्रदर्शनकारियों के कानूनी सलाहकार वकील महमूद पारचा के दफ्तर से भेजा गया है। यह नोटिस दो महिलाओं की ओर से भेजा गया है। इन महिलाओं के नाम हैं- नफीसा बानो (जाक़िर नगर) और शहज़ाद फातमा (शाहीन बाग) हैं।
दोनों महिलाओं का आरोप है कि अमित मालवीय केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी से जुड़ा हैं। इसलिए प्रदर्शनकारियों की छवि खराब करने की कोशिश के तहत एक फ़र्ज़ी वीडियो शेयर पर महिलाओं को बदनाम किया गया है।
बीजेपी आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय को भेजे गए कानूनी नोटिस में कहा गया है कि सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया गया जिसे आपने अनुमोदित किया और जो कई सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर चला। इस वीडियो में आरोप लगाया गया है कि प्रदर्शनकारी 500 रुपए से 700 रुपये लेकर प्रदर्शन में शिरकत कर रहे हैं। ऐसे बयान ना सिर्फ झूठे, बल्कि वो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में प्रदर्शनकारियों की छवि खराब करने की कोशिश है।
इतना ही नहीं नोटिस में कहा गया है कि बीजेपी आईटी सेल ने जानबूझकर प्रदर्शनकारियों के ख़िलाफ़ झूठे आरोप लगाये और झूठे आरोप फैलाये, प्रदर्शन में भाग लेने वाली महिलाओं के मकसद पर शंका खड़ी करके आपने (अमित मालवीय ने) और अन्य तत्वों ने न सिर्फ आम जनता के साथ फर्जीवाड़ा किया बल्कि प्रदर्शनकारियों की छवि खराब करने की भी कोशिश की।