दोषियों को सोनिया गांधी की तर्ज पर माफ़ करने की सलाह पर भड़की निर्भया की मां
नई दिल्ली। निर्भया गैंगरेप में मौत की सजा पा चुके चार दोषियों को 01 फरवरी को सुबह 06 बजे फांसी दी जायेगी। इस बीच वरिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह ने कहा कि निर्भया की कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की तरह दोषियों को माफ़ करने की हिम्मत दिखाएँ।
इंदिरा जयसिंघ ने ट्वीट कर कहा कि ‘मैं आशा देवी के दर्द से पूरी तरह से वाकिफ हूं। मैं उनसे अनुरोध करती हूं कि वह सोनिया गांधी के उदाहरण का अनुसरण करें जिन्होंने नलिनी को माफ कर दिया और कहा कि वह उसके लिए मौत की सजा नहीं चाहती हैं। हम आपके साथ हैं लेकिन मौत की सजा के खिलाफ हैं।’
गौरतलब है कि वर्ष 1991 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या में दोषी पाई गई नलिनी को मौत की सजा से बचाने के लिए कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने माफ़ कर दिया।
वरिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह के बयान पर निर्भया की मां आशादेवी ने कहा कि ‘इंदिरा जयसिंह मुझे इस तरह का सुझाव देने वाली होती कौन हैं? पूरा देश आरोपियों के लिए फांसी चाहता है। उनके जैसे लोगों के कारण दुष्कर्म पीड़िताओं को न्याय नहीं मिल पाता है।’
इससे पहले शुक्रवार को आशा देवी ने सरकार और कोर्ट को लेकर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा था कि जो मुजरिम चाहते थे वही हो रहा है। तारीख पे तारीख, तारीख पे तारीख।
उन्होंने कहा कि अब मैं जरूर कहना चाहूंगी कि जब 2012 में घटना हुई तब इन्हीं लोगों ने हाथ में तिरंगा लिया और काली पट्टी बांधी, खूब रैलियां कीं, खूब नारे लगाए। लेकिन आज यही लोग उस बच्ची की मौत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
गौरतलब है कि 16 दिसंबर, 2012 की रात को 23 साल की मेडिकल छात्रा निर्भया के साथ चलती बस में सामूहिक दुष्कर्म और हैवानियत को अंजाम दिया गया था। इस घटना के बाद दिल्ली के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा था और लोग विरोध प्रदर्शन करने सड़को पर उतर आये थे।