कल संसद में गूंजेगा दिल्ली का मुद्दा, कांग्रेस मांगेगी अमित शाह का इस्तीफा
नई दिल्ली। बजट सत्र का दूसरा चरण सोमवार से शुरू होगा। इस दौरान विपक्ष संसद के दोनों सदनों में दिल्ली में हुई सांप्रदायिक हिंसा का मामला उठाएगा। इतना ही नहीं मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग भी करेगा।
गौरतलब है कि संसद का बजट सत्र 31 जनवरी को शुरू हुआ था और 11 फरवरी तक जारी रहा। एक ब्रेक के बाद, यह फिर से 2 मार्च को शुरू होगा और 3 अप्रैल तक जारी रहेगा।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि पार्टी दिल्ली के दंगे के मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाएगी और पूछेगी कि हिंसा क्यों हुई। उन्होंने बताया, “सरकार कानून और व्यवस्था बनाए रखने में बुरी तरह विफल रही है। मुझे लगता है कि दंगाइयों और पुलिस अधिकारियों के बीच किसी तरह की सांठगांठ हुई होगी, जिसके परिणामस्वरूप हत्याएं और भीषण आगजनी हुईं जिसने दुनिया भर में हमारी छवि को धूमिल किया है। यह हमारे लिए गंभीर चिंता का विषय है।”
चौधरी ने कहा, ‘हम सदन के पटल पर गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग उठाते रहेंगे।’ कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने पुलिस पर दिल्ली हिंसा में पक्षपात और निष्क्रियता का आरोप लगाया है।
संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि विपक्षी दलों की तरफ से जो नोटिस आ रहे हैं, उसमें दिल्ली हिंसा का मुद्दा उठाया जा रहा है, सरकार भी इस मुद्दे पर संसद में बहस के लिए तैयार है लेकिन किसी को इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। ऐसी घटना दोबारा न हो इसके लिए बहस होनी चाहिए।
इससे पहले कांग्रेस पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी सहित कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से आग्रह किया कि दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा के दौरान गृह मंत्री शाह से उनके कथित “कर्तव्य के त्याग” पर इस्तीफा मांगे और केंद्र को “राज धर्म” की याद दिलाएं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने शुक्रवार को उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दंगा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने और वहां की स्थिति का आकलन करने के बाद एक रिपोर्ट सौंपने के लिए पांच सदस्यीय टीम बनाई है।
वहीँ आज रविवार को भी दिल्ली के कई इलाको में अफवाहों का ज़ोर रहा। पश्चिमी दिल्ली के तिलकनगर, उत्तम नगर के अलावा कई इलाको में दिनभर अफवाहों का बाजार गर्म रहा।
वहीँ दक्षिणी दिल्ली के मदनपुर खादर, जैतपुर और बटला हॉउस-ज़ाकिर नगर को लेकर भी अफवाहें फैलीं। अफवाहों के चलते सोशल मीडिया साइट्स ट्विटर और फेसबुक पर लोग अलग अलग इलाको में रह रहे अपने सगे संबंधियों को लेकर चिंता जताते देखे गए।