उत्तर प्रदेश के दलित वोटरों पर सपा की नज़र, बाबा साहेब वाहिनी का होगा गठन

उत्तर प्रदेश के दलित वोटरों पर सपा की नज़र, बाबा साहेब वाहिनी का होगा गठन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी राज्य के दलित मतदाताओं में बड़ी सेंधमारी करने की तैयारी कर रही है। बसपा सुप्रीमो मायावती से ज़ख्म खाये बैठी समाजवादी पार्टी की नज़र अब बसपा के वोट बैंक पर लगी है।

दलित मतदाओं में अपनी पैंठ बनाने के लिए समाजवादी पार्टी बाबा साहेब वाहिनी का गठन करने जा रही है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एलान किया है कि अम्बेडकर जयंती पर बाबा साहेब वाहिनी का गठन किया जाएगा।

शनिवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में कांग्रेस तथा बसपा के कई नेताओं को समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई गई। इस दौरान अखिलेश यादव ने अपने संबोधन में एलान किया कि अम्बेडकर जयंती पर समाजवादी पार्टी बाबा साहेब वाहिनी का गठन करेगी।

वहीँ अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में भी यह जानकारी साझा की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि संविधान निर्माता आदरणीय बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी के विचारों को सक्रिय कर असमानता व अन्याय को दूर करने और सामाजिक न्याय के समतामूलक लक्ष्य की प्राप्ति के लिए, हम उनकी जयंती पर जिला, प्रदेश व देश के स्तर पर सपा की बाबा साहेब वाहिनी के गठन का संकल्प लेते हैं।

राष्ट्रीय स्तर पर काम करेगी बाबा साहेब वाहिनी:

वहीँ समाजवादी पार्टी सूत्रों की माने तो अखिलेश यादव ने जिस बाबा साहेब वाहिनी के गठन का एलान किया है, यह वाहिनी राष्ट्रीय स्तर पर कार्य करेगी। सूत्रों ने कहा कि बाबा साहेब वाहिनी के लिए राष्ट्रीय संयोजक की नियुक्ति की जायेगी। इसकी राष्ट्रीय कार्यकारिणी के अलावा प्रदेश, जिला और शहर स्तर पर कार्यकारिणी गठित की जाएंगी। बाबा साहेब वाहिनी देशभर के दलित, अनुसूचित जातियों-जन जातियों के अलावा अति पिछडो के बीच काम करेगी और उन्हें समाजवादी पार्टी की नीतियों और सिद्धांतो की जानकारी देकर पार्टी से जोड़ने का काम करेगी।

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TeamDigital