पढ़िए: गोपालगंज में ओवैसी की पार्टी और बसपा ने कैसे बनाया बीजेपी की जीत का रास्ता

पढ़िए: गोपालगंज में ओवैसी की पार्टी और बसपा ने कैसे बनाया बीजेपी की जीत का रास्ता

पटना। बिहार में राज्य की दो विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनाव में एक सीट पर राष्ट्रीय जनता दल और एक सीट पर भाजपा के उम्मीदवार विजयी रहे हैं। मोकामा सीट पर राष्ट्रीय जनता दल की उम्मीदवार वहीँ गोपालगंज सीट पर बीजेपी उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है।

गोपालगंज सीट पर समीकरण पूरी तरह महागठबंधन उम्मीदवार के पक्ष में थे लेकिन असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम और बहुजन समाज पार्टी ने भाजपा के लिए जीत का रास्ता बना दिया।

गोपालगंज सीट पर बीजेपी उम्मीदवार ने करीब 1700 वोटों से जीत दर्ज की है। इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने सोनम देवी तथा महागठबंधन की तरफ से आरजेडी ने मोहन गुप्ता को उम्मीदवार बनाया था। इस सीट पर लालू यादव के साले साधु यादव की पत्नी इंदिरा यादव बहुजन समाज पार्टी से उम्मीदवार थीं। वहीँ आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने अब्दुल सलाम को उम्मीदवार बनाया था।

गोपाल गंज सीट भाजपा विधायक सुभाष सिंह के निधन की वजह से खाली हुई थी। बीजेपी ने सुभाष सिंह की पत्नी सोनम देवी को उम्मीदवार बनाया था। इसलिए यह माना जा सकता है कि सोनम गुप्ता को मिले वोटों में सहानुभूति वोट भी शामिल हैं। इसके बावजूद सोनम गुप्ता 1795 वोटों से ही जीत दर्ज कर सकीं।

बीजेपी के लिए ट्रंपकार्ड साबित हुए मजलिस और बसपा के उम्मीदवार:

गोपालगंज सीट पर मुस्लिम और दलित मतदाताओं की खासी तादाद है। माना जा रहा था कि इस सीट पर राष्ट्रीय जनता दल का एम्-वाई कॉबिनेशन बीजेपी को परास्त कर देगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसका अहम कारण एआईएमआईएम और बसपा उम्मीदवारों द्वारा महागठबंधन उम्मीदवार के वोट काटना रहा।

गोपालगंज सीट पर एआईएमआईएम उम्मीदवार को 12,214 वोट मिले, वहीँ बसपा उम्मीदवार इंदिरा यादव को 8,854 वोट मिले। इससे साफ़ ज़ाहिर है कि इस सीट पर बीजेपी की जीत सुनिश्चित करने में बसपा और मजलिस उम्मीदवारों का बड़ा योगदान रहा। बसपा और मजलिस उम्मीदवारों द्वारा वोट कुतरने के बावजूद भी बीजेपी महज 1755 वोटों से ही जीत दर्ज कर सकी है।

हालांकि गोपाल गंज सीट पर महागठबंधन उम्मीदवार की पराजय के बाद भी भाजपा को एक सन्देश साफ़ तौर पर मिल गया है। वह सन्देश 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए है। गोपालगंज सीट पर आये चुनाव परिणाम से यह साफ़ हो गया है कि यदि भाजपा के खिलाफ विपक्ष एकजुट होकर चुनाव लड़ता है तो भाजपा की हार तय है।

चुनाव परिणाम पर क्या बोले तेजस्वी यादव:

बिहार की दो विधानसभा सीटों के परिणाम आने के बाद उप मुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि “मैं सभी जातियों और धर्मों के लोगों को हम पर भरोसा करने के लिए धन्यवाद देता हूं।”

तेजस्वी ने कहा “महागठबंधन (महागठबंधन) को 2020 के विधानसभा चुनावों में जीतने वाले भाजपा उम्मीदवार की तुलना में 40,000 वोट कम मिले थे। इस बार, सहानुभूति कारक के बावजूद, हमने मार्जिन को 2,000 से कम वोटों से कम कर दिया। 2024 में जब लोकसभा चुनाव होगा, तो हम गोपालगंज विधानसभा क्षेत्र से 20 हजार वोट से लीड करेंगे। ”

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