3 साल पहले बंद हो गई 2 हज़ार के नोट की छपाई
नई दिल्ली। वर्ष 2016 में पुराने पांच सौ और एक हज़ार के नोट की नोटबंदी के बाद जारी हुआ 2000 का नोट अब मार्केट में दिखाई नहीं दे रहा है। 2000 के नोट के अचानक गायब होने को लेकर तरह तरह के कयास लगाए जा रहे थे लेकिन सही बात यह है कि रिज़र्व बैंक 2000 के नोट की छपाई तीन साल पहले ही बंद कर चूका है।
राज्य सभा में बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बताया कि “2000 के नोट क्षणिक तौर पर लाए गए थे। RBI ने 3 साल से छपाई बंद कर दी है। अब बाजार में ये नोट नहीं दिखते। लोगों ने इसे जमा कर रखा है। इसका इस्तेमाल काले धन के तौर पर हो रहा है। सरकार को इसे बैन करने पर विचार करना चाहिए।”
आपको याद होगा कि 2000 का नया नोट जब सरकार ने जारी किया था तो इसे लेकर तरह तरह के दावे किये गए थे। नोट बंदी को लेकर सरकार की तरफ से एक दावा यह भी था कि इससे काला धन रोकने में मदद मिलेगी। वहीँ अब बीजेपी सांसद सुशील मोदी का कहना है कि 2000 का नोट अब बाजार में नहीं दिखता , इसका मतलब लोगों ने इसे जमा कर लिया है।
2000 के नोट को लेकर देश के नामी चैनलों के एंकरों ने मनगढ़त कहानियां बनाकर पेश की थी। बताया गया था कि 2000 के नए नोट में एक नैनो चिप लगी हुई है। इसलिए इस नोट को छिपाकर नहीं रखा जा सकता और नोट में लगी चिप के ज़रिये सरकार कालेधन तक आसानी से पहुंच सकेगी। हालांकि ये सभी दावे बाद में मनगढ़ंत और बकवास साबित हुए।