कपिल मिश्रा और अनुराग ठाकुर की गिरफ्तारी न होने पर कांग्रेस ने उठाये सवाल

नई दिल्ली। दिल्ली में हुई सांप्रदायिक हिंसा के लिए कांग्रेस ने भड़काऊ बयान देने वाले नेताओं को ज़िम्मेदार बताया था। वहीँ अब बीजेपी नेता कपिल मिश्रा, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के बयानों को आधार बनाते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने सवाल उठाये हैं।
दिल्ली हिंसा पर राशिद अल्वी ने कपिल मिश्रा और अनुराग ठाकुर की गिफ्तारी न होने पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि ‘जो गुनाहगार है उसे गिरफ्तार करना चाहिए, लेकिन कपिल मिश्रा कैसे बाहर घूम रहा है, अनुराग ठाकुर कैसे बाहर घूम रहा है।’
उन्होंने कहा कि ‘भाजपा के वो तमाम नेता जो अपराधी हैं इस दंगे के, उनको पुलिस क्यों नहीं गिरफ्तार कर रही?’ बता दें कि दिल्ली में पिछले दिनों कई इलाको में हुई सांप्रदायिक हिंसा में करीब 45 लोगों की मौत हुई थी। इस दौरान दर्जनों मकानों और दुकानों को आग अलग दी गई।
अभी भी सैकड़ो की तादाद में घायल लोग अस्पताल में भर्ती हैं। दिल्ली में हिंसा की सबसे पहली घटना उस समय शुरू हुई जब 23 फरवरी को जाफराबाद में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के जवाब में बीजेपी नेता कपिल मिश्रा और अपने समर्थको के साथ पहुंचे थे। कपिल मिश्रा और उनके समर्थको ने जाफराबाद और चांद बाग में सड़कें खुलवाने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया।
इसके बाद मामला भड़का तो दोनों तरफ से पथराव शुरू हो गया। मौजपुर चौराहे के पास पथराव का यह सिलसिला करीब आधे घंटे तक चलता रहा। इस दौरान मौके पर तैनात पुलिस तमाशा देखती रही। जब हालात काबू से बाहर होते नज़र आये तो पुलिस ने दोनों पक्षों के प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने की कोशिश की और आंसू गैस के गोले दागे।
वहीँ इससे पहले दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान बीजेपी नेताओं कपिल मिश्रा, बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के आपत्तिजनक विवादित बयान सामने आये थे।
बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने तो एक चुनावी सभा में यहाँ तक कह दिया कि यदि दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनी तो वे अपने संसदीय क्षेत्र में सरकारी ज़मींन पर बनी एक भी मस्जिद नहीं रहने देंगे। वहीँ केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक सभा में गोली मारो के नारे भी लगवाए। बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने दिल्ली के चुनाव को भारत-पाकिस्तान से जोड़ दिया।