लखनऊ: घंटाघर के बाद गोमतीनगर में भी प्रदर्शन, एफआईआर के बाद भी मोर्चे पर डटीं महिलाएं

लखनऊ: घंटाघर के बाद गोमतीनगर में भी प्रदर्शन, एफआईआर के बाद भी मोर्चे पर डटीं महिलाएं

लखनऊ। नागरिकता कानून के खिलाफ लखनऊ के घंटाघर पर महिलाओं का प्रदर्शन जारी है। पुलिस द्वारा प्रख्यात शायर मुनव्वर राणा की दो बेटियों सहित 18 लोगों के खिलाफ नामजद तथा 100-125 अज्ञात महिलाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज किये जाने के बावजूद मंगलवार को भी घंटाघर पर प्रदर्शन जारी रहा।

पुलिस ने शायर मुनव्वर राणा की दो बेटियों सुमैय्या और फौजिया राणा के अलावा रुखसाना, सफी फातिमा, मोईनुद्दीन, रसूक अहमद, सफिया, हफ़ीज़ा, राफिया, नाज़नीन, इरफाना, रज़िया, रेहाना, नूरबानो, कौसर, फिरदौस, अफरोज, पूजा, फरहीन बानो, पूजा और कहकशां के अलावा 100-125 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

नागरिकता कानून के खिलाफ मंगलवार को भी महिलाओं का प्रदर्शन जारी रहा। मंगलवार को महिलाओं की तादाद और बढ़ी है। आज सोमवार से अधिक महिलाएं मौजूद हैं। पुलिस का कहना है कि इलाके में धारा 144 लागू की गई है।

वहीँ सोमवार को प्रदर्शनकारी महिलाओं का उत्साह बढ़ाने के लिए साझी दुनिया की अध्यक्ष व लविवि की पूर्व कुलपति डॉ. रूप रेखा वर्मा भी पहुंचीं। एडवा की मधु गर्ग ने भी कई महिलाओं के साथ प्रदर्शन में हिस्सेदारी की।

उन्होंने धारा 144 लगाने को गलत बताते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्देश है कि लोकतंत्र में विरोध करना संवैधानिक अधिकार है। सरकारें इसका दुरुपयोग कर रही हैं। मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित संदीप पांडेय, पूर्व आईपीएस एसआर दारापुरी, सामाजिक कार्यकर्ता वीना राना, उरूशा राना, सदफ जाफर, नाईश हसन, आदियोग, अब्दुल नसीर नासिर भी प्रदर्शकारियों का समर्थन करने पहुंचे।

गोमतीनगर में भी प्रदर्शन, पुलिस ने उखाड़ा तंबू:

वहीँ लखनऊ के घंटाघर के साथ ही सोमवार को गोमतीनगर के गंज शहीदा कब्रिस्तान के निकट दरगाह परिसर में भी प्रदर्शन शुरू हो गया। नागरिकता कानून के खिलाफ महिलाओं के जमा होने की खबर के बाद पुलिस के आलाधिकारी पहुंचे और उन्होंने महिलाओं द्वारा धरने के लिए लगाया गया टेंट उतार दिया।

महिलाओं ने ठंड से बचने के लिए अलाव की लकड़ियां जुटानी शुरू की तो पुलिस उसे हटाने लगी। इससे नाराज महिलाओं ने जबरन अलाव में आग लगा दी। दरगाह परिसर के पास काफी संख्या में पुरुष भी पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें हटा दिया।

पुलिस द्वारा तंबू हटाए जाने के बाद महिलाओं ने करीब के टेंट हाउस से पुनः प्रदर्शन स्थल पर टेंट लगवाया लेकिन यहां देर रात टेंट वाले ने आकर अचानक शामियाना उतार लिया। इससे महिलाएं खुले आसमान के नीचे आ गईं। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने दबाव बनाकर शामियाना हटवा दिया।

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TeamDigital