प्रियंका के हमलो से छलनी हुई बीजेपी, जबाव देने कई नेताओं को मैदान में उतारा
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आज कोरोना संक्रमण पर बद इंतजामी का मुद्दा उठाते हुए बीजेपी पर सीधा हमला बोला। प्रियंका गांधी के ह्मलों से तिलमिलाई भारतीय जनता पार्टी ने उनके आरोपों का जबाव देने के लिए कई नेताओं को मैदान में उतारा है।
प्रियंका गांधी ने कहा कि हर जगह से ऐसी रिपोर्ट आ रही हैं कि समझ में ही नहीं आ रहा कि ये सरकार क्या कर रही है? शमशान घाटों पर इतनी भीड़ लगी है, लोग कूपन लेकर खड़े हैं। हम इस स्थिति में सोच रहे हैं कि हम क्या करें। जो सरकार को करना चाहिए था, वो सरकार नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि मैं सकारात्मक तरीके से कह रही हूं कि भगवान के लिए सरकार कुछ करे। उनके पास जितने संसाधन हैं उन्हें वो कोरोना की लड़ाई में लगाएं। अगर केंद्र सरकार अपना मन बनाए तो अभी भी ऑक्सीजन की सुविधा बनाई जा सकती है।
प्रियंका गांधी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि कितनी बड़ी त्रासदी है कि देश में ऑक्सीजन उपलब्ध है लेकिन जहां पहुंचना चाहिए वहां पहुंच नहीं पा रहा है। पिछले 6 महीने में 1.1 मिलियन रेमडेसिविर इंजेक्शन का निर्यात हुआ है और आज हमारे पास इंजेक्शन की कमी है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने जनवरी से मार्च महीने में कोरोना वायरस की 6 करोड़ वैक्सीन निर्यात की और इसी समय में 3-4 करोड़ भारतीयों को वैक्सीन दी। आपने भारतीयों को प्राथमिकता क्यों नहीं दी?
न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि आज देशभर से रिपोर्ट आ रही हैं कि बेड, ऑक्सीजन, रेमडेसिविर, वेंटिलेटर की कमी है। पहली वेव और दूसरी वेव के बीच हमारे पास तैयारी करने के कई महीने थे। भारत की ऑक्सीजन प्रोडक्शन कैपेसिटी दुनिया में सबसे बड़ी है, ऑक्सीजन को ट्रांसपोर्ट करने की सुविधा नहीं बनाई गई।
प्रियंका गांधी ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि ये सरकार दुबई में ISI से बात कर सकती है, विपक्ष के नेताओं से बात नहीं कर सकती? मैं नहीं मानती कि आज विपक्ष का एक भी नेता ऐसा है जो इन्हें पाॅजिटिव और रचनात्मक तरीके से सुझाव नहीं दे रहा है।
वहीँ प्रियंका गांधी के आरोपों से तिलमिलाई भारतीय जनता पार्टी ने जबाव देने के लिए कई बीजेपी नेताओं को मैदान में उतारा। बीजेपी नेता राजवर्धन सिंह राठौर ने कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से अनुरोध है कि ऐसे समय में ऐसी टिप्पणी न दें। आप प्राइवेट कंपनियों को दोषी ठहरा रहे हैं, वे इस लड़ाई में शामिल हैं। देश का हर नागरिक इस लड़ाई में शामिल है सिवाय राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, उनका परिवार और उनके चलते कांग्रेस। आज राजस्थान में हवा, बेड और दवा कम है। शराब की बिक्री खुलेआम हो रही है परन्तु बाजार बंद हैं। क्या ये राजस्थान सरकार की तैयारी है।
प्रियंका गांधी के आरोपों पर केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी ने कहा कि कोरोना का इलाज हो सकता है, कांग्रेस का इलाज नहीं है। उनका रचनात्मक सुझाव आया था कि हाहाकार मचा हुआ है, लोगों की चिंता नहीं है, एक साल में प्रधानमंत्री ने कुछ नहीं किया। क्या ये सारी चीजें आकाश से टपक कर आई हैं?
उन्होंने कहा कि इस पार्टी का इतना गैरजिम्मेदाराना व्यवहार कभी नहीं देखा। इनकी पार्टी में बहुत नेता रहे हैं लेकिन कभी ऐसा नहीं हुआ। हम भी विपक्ष में रहे हैं, लेकिन कभी ऐसा व्यवहार नहीं किया। ये भ्रम के स्कोर में लगे हुए हैं।
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि जब राजनीति नहीं होनी चाहिए तब कांग्रेस पार्टी और खासतौर पर गांधी परिवार राजनीति कर रहा है। प्रियंका गांधी ने एक इंटरव्यू में जिस प्रकार से आलोचना की है, वह देश देख रहा है। देश उनको जवाब देगा। गांधी परिवार का घमंड इस आपदा के समय देश के सामने झलक रहा है।
उन्होंने कहा कि देश में घबराहट, अफरातफरी और फेक न्यूज फैलाने की कोशिश की जा रही है। महाराष्ट्र ने जैसे असंवेदनशीलता दिखाई उसका नतीजा है कि आज लगभग 40-50% मामले एक ही राज्य से आ रहे हैं। प्रियंका जी, आज महाराष्ट्र की सरकार जो कर रही है उस पर आपके भाई एक शब्द नहीं बोल रहे हैं।
संबित पात्रा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में यह स्थिति इसलिए है क्योंकि वहां की सरकार ने इसे नियंत्रित नहीं किया।वहां के CM प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहते हैं कि हम वैक्सीनेशन नहीं कराएंगे। क्या यह हकीकत नहीं कि पंजाब, छत्तीसगढ और राजस्थान की सरकार ने प्रेस रिलीज जारी की थी कि हम कोवैक्सीन नहीं लेंगे।
वहीँ :महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार एक सोची समझी रणनीति के तहत देश में नकारात्मकता का नेरेटिव तैयार करना चाहता है। प्रियंका जी ने जो बातें बताई हैं क्या इन बातों की चर्चा उन्होंने महाराष्ट्र सरकार (जो उनके भरोसे चल रही है) के साथ की?
उन्होंने कहा कि देश में कोरोना से जितनी मौतें हुई हैं उसमें करीब 40-48% मौतें अकेले महाराष्ट्र में हुई हैं। देश में कोरोना के जितने मामले आए हैं उसमें करीब 35-40% महाराष्ट्र में आए हैं। देश में कोरोना के जितने सक्रिय मरीज हैं उसमें करीब 35-37% महाराष्ट्र में हैं।