8 पन्नो के सुसाइड नोट में महंत नरेंद्र गिरि ने लिखीं कई रहस्य की बातें

8 पन्नो के सुसाइड नोट में महंत नरेंद्र गिरि ने लिखीं कई रहस्य की बातें

लखनऊ। निरंजनी अखाड़े के महंत और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत को यूपी सरकार ने एसआईटी से जांच कराने का फैसला किया है। वहीँ नरेंद्र गिरि द्वारा लिखे गए 8 पन्नो के सुसाइड नोट से कई रहस्य उजागर हुए हैं।

नरेंद्र गिरि के सुसाइड नोट में जिन लोगों का ज़िक्र किया गया है, उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया है लेकिन सवाल अभी भी यही है कि आखिर नरेंद्र गिरि को ब्लैकमेल क्यों किया जा रहा था कि उन्हें आत्महत्या को मजबूर होना पड़ा।

सुसाइड नोट में लिखा है कि इस महीने की 13 तारीख को भी उनके मन में आत्महत्या करने का विचार आया था।लेकिन हिम्मत नहीं कर पाया। महंत ने शिष्य आनंद गिरि पर आरोप लगाया है कि उन्हें लड़की के साथ फोटो वायरल करने की धमकी दी जा रही थी।

सुसाइड नोट में सिलसिलेवार तरीके से बताया गया है कि आनंद गिरि से वे कैसे मानसिक तौर पर परेशान रहते थे, उसके बाद आद्या प्रसाद तिवारी का क्या रोल था, संदीप तिवारी का क्या रोल था, उत्तराधिकारी बलबीर पुरी को बनाया जाएगा उसके बारे में जिक्र है।

महंत नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि आज हरिद्वार से सूचना मिली कि एक-दो दिन में आनंद गिरि कंप्यूटर के माध्यम से मोबाइल से किसी लड़की या महिला के साथ गलत काम करते हुए मेरी फोटो लगाकर वायरल कर देगा। उन्होंने अपने सुसाइड लेटर में आगे लिखा कि मैंने सोचा कि मैं कहां-कहां सफाई दूंगा। मैं जिस पद पर हूं उसकी गरिमा है। इसलिए मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं। मेरी मौत के जिम्मेदार आनंद गिरि, आद्या तिवारी, संदीप तिवारी होंगे।

पुलिस ने गठित की एसआईटी:

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़ा के सचिव महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के मामले में जांच के लिए प्रयागराज पुलिस ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। लिस मामले में मुख्य आरोपी आनंद गिरि को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस ने बड़े हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी को भी हिरासत में ले लिया है।

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TeamDigital