32 साल पुराने एक मामले में पप्पू यादव गिरफ्तार, बीजेपी सांसद की खोली थी पोल
पटना। कल लॉकडाउन के उल्लंघन और सरकारी काम में गतिरोध डालने के आरोप में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गए जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष, पूर्व सांसद पप्पू यादव को रिहाई के थोड़ी ही देर बाद बड़े नाटकीय ढंग से 32 वर्ष पुराने अपहरण के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने उन्हें देर रात गिरफ्तार कर रात करीब 12:45 बजे मधेपुरा कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
वीरपुर जेल में रात गुजारने के बाद पप्पू यादव ने बुधवार से जेल में भूख हड़ताल शुरू कर दी है। पप्पू यादव का आरोप है कि जेल में जेल में ना तो पीने का शुद्ध पानी है नहीं बाथरूम की व्यवस्था। डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के मरीज होने बावजूद जेल में रात भर जाग कर बिताया है। उन्होंने कहा कि हाल ही में उनके पांव का ऑपरेशन हुआ है, जिससे शौचालय में बैठने में दिक्कत होती है, बाथरूम में कमोड तक नहीं है।
हालांकि उन्होंने कहा कि बिहार में राजनीतिक संरक्षण में चल रहे दवा माफियाओं, शराब माफियाओं, एंबुलेंस माफियाओं और अस्पताल माफियाओं के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी। पप्पू यादव के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया कि जेल में किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं है।
पप्पू यादव की नाटकीय ढंग से हुई गिरफ्तारी के बाद विपक्ष ने नीतीश सरकार पर कड़े आरोप लगाए हैं और पूर्व सांसद पप्पू यादव की गिरफ्तारी को राजनीति से प्रेरित बताया है।
गौरतलब है कि जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव ने बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी की सांसद निधि से खरीदी गई दो दर्जन से अधिक एम्बुलेंसों के सांसद के पैतृक गांव में छिपाकर रखे जाने का भंडाफोड़ किया था। इतना ही नहीं पप्पू यादव ने एम्बुलेंस से बालू की ढुलाई किये जाने का एक वीडियो भी शेयर किया था।
इससे पहले कल पटना पुलिस ने पप्पू यादव को कोविड वार्ड में दौरा करने पर लॉकडाउन के उल्लंघन और सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में हिरासत में लिया था। इस मामले में रिहाई के बाद देर रात पप्पू यादव को 32 साल पुराने अपहरण के एक मामले में गिरफ्तार किया गया।