अरमानो पर पानी फिरा: पीएम मोदी और सीएम योगी ने नहीं लिया हरिगढ़ का नाम
अलीगढ। अलीगढ में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजा महेन्द्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी। इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित बीजेपी के कई कद्दावर नेता मौजूद थे।
पीएम मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में तमाम बातें कहीं लेकिन उन्होंने अलीगढ़ के लिए अलीगढ शब्द का ही इस्तेमाल किया। दोनों नेताओं ने एक बार भी अलीगढ़ को हरिगढ़ कहकर संबोधित नहीं किया और न ही अपने भाषण में अलीगढ़ का नाम बदलकर हरिगढ़ किये जाने की संभावनाओं का ज़िक्र किया। इससे उन लोगों के अरमानो पर पानी अवश्य फिर गया जो पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर अलीगढ़ का नाम बदलकर हरीगढ़ किये जाने के दावे कर रहे थे।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के कामों पर एक बार फिर से मुहर लगाते हुए कहा कि 2017 से पहले भ्रष्टाचारियों के हवाले कामकाज था। तब यहां शासन-प्रशासन, गुंडों और माफियाओं की मनमानी से चलता था। लेकिन अब वसूली करने वाले, माफियाराज चलाने वाले सलाखों के पीछे हैं।
उन्होंने कहा कि यूपी के लोग भूल नहीं सकते कि पहले यहां किस तरह के घोटाले होते थे, आज योगी जी की सरकार पूरी ईमानदारी से यूपी के विकास में जुटी हुई है। मुझे आज ये देखकर बहुत खुशी होती है कि जिस यूपी को देश के विकास में एक रुकावट के रूप में देखा जाता था, वही यूपी आज देश के बड़े अभियानों का नेतृत्व कर रहा है।
पीएम ने कहा कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह को याद किया और कहा कि देश के कई नायकों को भुला दिया गया। देश को ये पुरानी गलतियां सुधारनी होंगी। राजा महेंद्र प्रताप सिंह के जीवन से जीवटता सीखने की जरूरत है। वो भारत की आजादी के लिए जिस प्रकार से जुटे रहे वो आज भी लोगों को प्रेरणा देता है।
अलीगढ़ का नाम लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कल तक जो अलीगढ़ तालों के जरिए घरों, दुकानों की रक्षा करता था, वो 21वीं सदी में देश की सीमाओं की रक्षा करने का काम करेगा। वन डिस्ट्रिक, वन प्रोडक्ट के माध्यम से यूपी सरकार ने अलीगढ़ के तालों और हार्डवेयर को एक नई पहचान दिलाने का काम किया है।