भारत को लूटने और बर्बाद करने वालो में इतिहास लिखेगा मोदी और शाह का नाम: जुनेद क़ाज़ी

भारत को लूटने और बर्बाद करने वालो में इतिहास लिखेगा मोदी और शाह का नाम: जुनेद क़ाज़ी

नई दिल्ली। नागरिकता कानून और एनआरसी के मुद्दे पर बीजेपी को अलविदा कहने वाले आईएनओसी, यूएसए के पूर्व अध्यक्ष जुनेद क़ाज़ी ने देश की मौजूदा स्थति को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर हमला बोला है।

दिल्ली में आज संपन्न हुए विधानसभा चुनाव के बाद मीडिया द्वारा दिखाए गए एग्जिट पोल पर प्रतिक्रिया देते हुए जुनेद क़ाज़ी ने कहा कि देश की जनता ने एक बार फिर धर्म की राजनीति करने वालो के मूँह पर करारा थप्पड़ जड़ा है।

उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने देश की अर्थव्यवस्था को रसातल में पहुंचाकर देश को 20 साल पीछे धकेल दिया, वे लोगों को देशभक्ति का पाठ पढ़ा रहे हैं। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि मोदी सरकार देश के युवाओं को बेरोज़गार रखना चाहती है जिससे उनका इस्तेमाल अपने एजेंडे के लिए किया जा सके।

जुनेद क़ाज़ी ने कहा कि एक तरफ सरकार के पास पैसे नहीं हैं, इसलिए वह बीपीसीएल और एयर इंडिया जैसी कंपनियों से अपनी हिस्सेदारी बेच रही है वहीँ दूसरी तरफ पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा पर 600 करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि अपने उधोगपति दोस्तों का फायदा कराने के लिए पीएम मोदी और अमित शाह ने देशहित को ताक पर रखकर काम किया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से देश की अर्थव्यवस्था को तबाह किया गया है, उससे इतिहास में उन्हें देश को बर्बाद करने वालो में पढ़ा जायेगा।

जुनेद क़ाज़ी ने कहा कि मोहम्मद गौरी ने देश से जो लूटा वह यहीं छोड़ गया, मुगलो ने इस देश से जो कमाया उससे सांस्कृतिक धरोहरें और बड़ी इमारतें बनें जो आज भी भारत को कमाकर दे रही हैं। उन्होंने सवाल किया कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने देश के लिए क्या बनाया ?

आईएनओसी के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि इतिहास में लिखा जाएगा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी विदेश यात्राओं पर करोडो रुपये खर्च किये, देश की अर्थव्यवस्था को तबाह किया, देश के लोगों की नौकरियां छीनी, नोटबंदी करके आम आदमी को लाइनों में खड़ा किया और देश को धर्म के आधार पर विभाजित किया।

उन्होंने कहा कि इतिहास में लिखा है कि अंग्रेजो ने भारत को लूटने के लिए 24 अगस्त 1608 में ईस्ट इंडिया कंपनी को गुजरात के रास्ते भारत भेजा था ठीक उसी तरह इतिहास में आगे यह भी पड़ा जाएगा कि गुजरात के दो लोगों ने दिल्ली पर कब्ज़ा जमाकर देश को तहस नहस कर दिया है और भारत की अर्थ व्यवस्था, भाईचारा, महिला सुरक्षा, रोज़गार और सांप्रदायिक सद्धभाव को तहस नहस कर दिया है।

जुनेद क़ाज़ी ने कहा कि आम आदमी की मूल आवश्यकता रोटी, कपड़ा, मकान और रोज़गार हैं जबकि मौजूदा सरकार में बैठे लोग जनता को धर्म के आधार पर आपस में लड़ना सिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अंग्रेजो ने फूट डालो और राज करो की नीति अपनाई थी लेकिन वे अंततः असफल हो गये। यही हाल भारतीय जनता पार्टी का भी होना है।

जुनेद क़ाज़ी ने कहा कि देश की जनता धीमे धीमे सच्चाई को समझ रही है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और झारखंड की जनता ने सच्चाई को समझा और बीजेपी को राज्य से उखाड़ फेंका और अब यही अंजाम बीजेपी के साथ दिल्ली की जनता ने किया है।

उन्होंने कहा कि धर्म की राजनीति से किसी का भला नहीं हुआ है। अगर धर्म की राजनीति इस देश में चलती तो मुस्लिम लीग भी केरल तक सिमट कर न रह जाती।

उन्होंने यह भी कहा कि अब देश की जनता को तय करना है कि वह भविष्य का भारत किस तरह का चाहती है। यदि देश के लोग तय करे लें कि उन्हें सदियों पुराने भाईचारे के साथ देश को आगे बढ़ाना है तो निश्चित तौर पर जल्द ही बीजेपी हाशिये पर पहुँच जाएगी।

जुनेद क़ाज़ी ने कहा कि अभी भी समय है कि बीजेपी अपने शेष रहे 04 वर्ष के कार्यकाल में अपने बुरे कामो के लिए पश्चाताप करे और भारत को उसके पुराने स्वरुप में लाकर वापस खड़ा करें। उन्होंने कहा कि पश्चाताप की शुरुआत पीएम मोदी स्वयं शाहीन बाग़ जाकर प्रदर्शन कर रहे लोगों से मिलकर नागरिकता कानून को रद्द करने और एनआरसी लागू न करने का वादा करके करें।

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