कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानो को मिला विपक्षी दलों का साथ
नई दिल्ली। कृषि कानूनों को रद्द करने और एमएसपी गारंटी के लिए कानून बनाये जाने की मांग को लेकर पिछले 9 महीने से आंदोलन कर रहे किसानो को आज विपक्ष का साथ मिला।
शुक्रवार को पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई ने 14 राजनीतिक दलों के नेताओं ने जंतर मंतर पर आंदोलनकारी किसानो से मुलाक़ात कर अपना समर्थन व्यक्त किया।
संसद से किसानों का समर्थन करने के लिए पहुंचने वाले नेताओं में राहुल गांधी, राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, शिवसेना के संजय राउत, राजद के मनोज झा, भाकपा के विनय विश्वम, समाजवादी पार्टी के एसटी हसन और अन्य विपक्षी नेता शामिल थे।
आंदोलनकारी किसानो से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को काले कृषि कानून रद्द करने होंगे, जिसके बाद ही आंदोलन खत्म होगा। उन्होंने जासूसी कांड को लेकर पीएम को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि हर हिंदुस्तानी के फोन में मोदी घुस गए हैं।
विपक्ष के समर्थन का टिकैत ने किया स्वागत:
किसान नेता राकेश टिकैत ने विपक्ष के इस कदम का स्वागत किया है। हालांकि, राकेश टिकैत ने कहा कि उन्होंने अपने मंच पर किसी नेता को जगह नहीं दी है। सभी नेता दर्शक दीर्घा में बैठे हुए हैं।
इससे पहले राज्य सभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़के के संसद भवन स्थित कक्ष में विपक्षी दलों के सदस्यों की बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में विपक्षी सदस्यों ने यह निर्णय लिया कि वे किसानों का समर्थन करने के लिए ‘जंतर-मंतर’ पहुंचेंगे। इसके बाद विपक्ष के 14 दलों ने नेता बस में बैठकर जंतर मंतर के लिए रवाना हुए।
जंतर मंतर पर आंदोलनकारी किसानो से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “चूल्हा मिट्टी का, मिट्टी तालाब की, तालाब ‘हमारे दो’ का। बैल ‘हमारे दो’ का, हल ‘हमारे दो’ का, हल की मूठ पर हथेली किसान की, फ़सल ‘हमारे दो’ की। कुआँ ‘हमारे दो’ का, पानी ‘हमारे दो’ का, खेत-खलिहान ‘हमारे दो’ के, PM ‘हमारे दो’ के, फिर किसान का क्या? किसान के लिए हम हैं!”