150 के पार हुए प्याज के दाम, आयात के इंतज़ार में बैठी है सरकार
नई दिल्ली। प्याज की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी से अब प्याज के दाम एक सौ पचास रुपये प्रति किलो के पार हो गए हैं। कहीं कहीं प्याज की कीमतें 165 रुपये प्रति किलो तक पहुँच गयी है, जो अब तक प्याज की कीमत का सबसे उच्च स्तर है।
इसके बावजूद सरकार विदेश से आयात का इंतजार कर रही है। सरकार को उम्मीद है कि विदेशो से यातित प्याज 20 जनवरी तक ही आ जाएगा। इसके बाद प्याज के दामों में कमी आ जाएगी।
उपभोक्ता मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक शुक्रवार को पणजी (गोवा) में खुदरा प्याज की कीमतें 165 रुपये प्रति किलो और मायाबंदर (अंडमान) में 160 रुपये और केरल के तिरुवनंतपुरम, कोझीकोड, थ्रिसुर और वायनाड में 150 रुपये किलो रही।
वहीँ प्याज की कीमतों को लेकर मचे हाहाकार के बाद यह मामला संसद तक पहुँच गया। प्याज की कीमतों पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बयान के बाद प्याज को लेकर राजनीति गरमा गई।
गुरुवार को गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में मंत्रियों के एक समूह ने प्याज की कीमत की स्थिति और प्याज के आयात में हुई प्रगति की समीक्षा की।राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान उपभोक्ता मामलों के राज्य मंत्री दानवे रावसाहेब दादाराव ने कहा, “इसमें कोई शक नहीं है कि प्याज की कीमतें बढ़ रही हैं। हालांकि, सरकार ने बफर स्टॉक की आपूर्ति की है और एमएमटीसी से प्याज आयात करने के लिए कहा है। यह 20 जनवरी तक आ जाना चाहिए।”
उन्होंने कहा, सरकार ने प्याज की मौजूदा कीमतों की जांच करने के लिए 1.2 लाख टन तक प्याज के आयात को मंजूरी दी है। राज्य के स्वामित्व वाली एमएमटीसी को वैश्विक और देश में आयात करने वाले टेंडर्स के जरिए एक लाख टन प्याज आयात करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्याज अत्यधिक खराब होने वाली वस्तु है, जिससे ग्रेडिंग प्रभावित होती है।
गौरतलब है कि आपूर्ति को बढ़ावा देने और मूल्य वृद्धि को रोकने देने के लिए, सरकार ने एमएमटीसी के जरिए 21,000 टन से अधिक प्याज आयात का अनुबंध किया है और लदान जनवरी के मध्य तक पहुंचने की उम्मीद है। प्याज के जल्दी आयात के लिए मानदंडों को भी आसान बनाया गया है।