कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार, 10 मार्च को तय होगा खटटर सरकार का भविष्य

कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार, 10 मार्च को तय होगा खटटर सरकार का भविष्य

 चंडीगढ़। हरियाणा में बीजेपी- जेजेपी की गठबंधन सरकार के खिलाफ कांग्रेस द्वारा पेश किये गए अविश्वास प्रस्ताव को मंजूर कर लिया गया है। सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर 10 मार्च को बहस के बाद वोटिंग कराई जायेगी ।

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा समेत 25 विधायकों के हस्ताक्षर वाला अविश्वास प्रस्ताव कांग्रेस ने सत्र के पहले ही दिन शुक्रवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले स्पीकर को सौंपा।

कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन के बीच कांग्रेस द्वारा लाये गए अविश्वास प्रस्ताव को इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्यों कि किसान आंदोलन को लेकर राज्य के सत्तारूढ़ विधायकों पर लगातार किसानो का दबाव बढ़ रहा है।

इतना ही नहीं हरियाणा की कई खाप पंचायतो ने बीजेपी-जेजेपी विधायकों पर किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए भी दबाव बनाया है। ऐसे में कांग्रेस यह मानकर चल रही है कि कुछ जेजेपी और बीजेपी विधायक बगावत कर सरकार के सामने खड़े हो सकते हैं।

सूत्रों की माने तो हरियाणा की खट्टर सरकार के खिलाफ कांग्रेस अपनी रणनीति को अमली जामा पहनाने के लिए पूरी ताकत झौंक रही है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों के साथ संपर्क बनाये हुए हैं।

सूत्रों ने कहा कि जेजेपी विधायकों के पीछे कुछ निर्दलीय विधायकों को लगाया गया है और वे उन पर किसान आंदोलन के समर्थन में खटटर सरकार से अलग होने के लिए दबाव बना रहे हैं।

फिलहाल यह माना जा रहा है कि 10 मार्च को अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के दौरान कुछ जेजेपी-बीजेपी विधायक अनुपस्थित रह सकते हैं और यदि ऐसा हुआ तो राज्य की खटटर सरकार के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी हो जाएगी।

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TeamDigital