प्रतिदिन सैकड़ो लोगों तक राशन पहुंचा रहीं फराह ग़नी

प्रतिदिन सैकड़ो लोगों तक राशन पहुंचा रहीं फराह ग़नी

मुंबई। देशभर में पिछले एक महीने से अधिक समय से लागू किये गए लॉकडाउन के चलते काम धंधे के अभाव में गरीब परिवारों के समक्ष आजीवका का सवाल पैदा हो गया। देश की व्यावसायिक राजधानी कही जाने वाली मुंबई में रहने वाले प्रवासी मजदूरों के समक्ष परिवार के लिए दो वक़्त का भोजन जुटाना एक बड़ी चुनौती थी।

ऐसे हालातो में “नो टीयर्स फाउंडेशन” नामक एक संस्था उम्मीद की किरण की तरह सामने आई और इस संस्था ने मुंबई में सबसे पहले गरीब परिवारों तक राशन पहुंचाने का काम शुरू किया।

यह संस्था आज उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में अपने वॉलेंटियर्स के माध्यम से गरीब और पीड़ित परिवारों तक राशन पहुंचा रही है। इतना ही नहीं जिन राज्यों में संस्था के वोलन्टीयर्स नहीं हैं उन राज्यों से ऑनलाइन और फोन के माध्यम से आने वाली गरीब परिवारों की मांग पर पेटीएम और बैंक एकाउंट में प्रति परिवार एक हज़ार रुपये तक की मदद भेजी जा रही है। जिससे ज़रूरतमंद परिवार राशन खरीद सकें।

नो टीयर्स फाउंडेशन” की फाउंडर ट्रस्टी फराह ग़नी ने लोकभारत को बताया कि संस्था की जितनी क्षमता है, वह उससे अधिक कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि कोई भी परिवार भूखा न रहे।

राशन वितरण को लेकर आ रही मुश्किलों के सवाल पर फराह गनी ने कहा कि हमारे पास लोगों के निवेदन लगातार आ रहे हैं लेकिन सब तक पहुंच पाना संभव नहीं हो पा रहा। इसका अहम कारण संस्था के पास सीमित रिसोर्सेज हैं।

फराह ग़नी ने कहा कि जैसे जैसे लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई गई वैसे वैसे लोगों के लिए चुनौतियाँ बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ राशन देना ही पर्याप्त नहीं है, जिन घरो में छोटे बच्चे हैं वहां दूध इत्यादि के लिए अनिवार्य तौर पर कुछ नगद धनराशि भी दी जानी चाहिए। जिससे दूध पर निर्भर बच्चो को मुश्किलें न आएं।

फंडिंग के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि फिलहाल संस्था के लोग ही आपस में मिलकर धन जुटा रहे हैं। संस्था का हर सदस्य ज़िम्मेदारी के साथ कुछ न कुछ योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा कि, “मैं लोगों से अपील करुँगी कि वे संस्था की वेबसाइट पर जाकर जो भी उनसे संभव हो, डोनेट करें ताकि मदद की यह चेन न टूट पाए।”

नो टीयर्स फाउंडेशन से आम लोग कैसे जुड़ सकते हैं? इस सवाल के जबाव में फराह गनी ने कहा कि संस्था की वेबसाइट पर जाकर कोई भी वॉलेंटीयर का ऑनलाइन फॉर्म भर सकता है। यह फॉर्म वेबसाइट पर उलब्ध है।

उन्होंने कहा कि जो लोग दिल से पीड़ित और गरीब परिवारों की मदद करना चाहते हैं, वे सभी लोग संस्था से जुड़कर अपना योगदान दे सकते हैं, वॉलेंटीयर बनने का कोई शुल्क या फीस नहीं है।

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TeamDigital