सांप्रदायिक रंग देने वालो को आइना: पालघर मामले में आरोपियों के नाम जारी करेगी ठाकरे सरकार

सांप्रदायिक रंग देने वालो को आइना: पालघर मामले में आरोपियों के नाम जारी करेगी ठाकरे सरकार

मुंबई। पालघर के एक गाँव में दो साधुओं और उनके ड्राइवर की भीड़ द्वारा पीट पीट कर हत्या किये जाने के मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश करने वालो को आइना दिखाने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने तय किया है कि इस घटना में गिरफ्तार सभी 101 आरोपियों के नाम सार्वजनिक किये जायेंगे।

महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि मॉबलिंचिंग की घटना में गिरफ्तार किये गए सभी प्रमुख आरोपियों में एक भी व्यक्ति मुस्लिम नहीं पाया गया है।

इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश में अफवाह फैलाने वाले लोगों को लेकर देशमुख ने कहा कि वीडियो में एक आवाज सुनाई दी ‘ओए बास’, लोगों ने इसे ऑनलाइन प्रसारित किया और कुछ ने इसे ‘शोएब बास’ होने का दावा करते हुए इसे गलत एंगिल देने की कोशिश की।

गृहमंत्री ने कहा कि सभी राज्य तंत्र कोरोना महामारी से लड़ रहे हैं और कुछ लोगों ने इस मामले में सांप्रदायिक एंगल लाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।

गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि ‘सीआईडी में एक विशेष आईजी स्तर के अधिकारी इस मामले की जांच कर रहे हैं, लेकिन मैं बताना चाहूंगा कि पुलिस ने अपराध के 8 घंटे के भीतर 101 लोगों को गिरफ्तार किया है। हम आज व्हाट्सएप के माध्यम से अभियुक्तों के नाम जारी कर रहे हैं, उस सूची में कोई मुस्लिम नहीं है।’

गौरतलब है कि मुंबई के जोगेश्वरी स्थित हनुमान मंदिर से जुड़े दो साधू मुंबई से सूरत अपने गुरू के अंतिम संस्कार में जा रहे थे। इस दौरान पालघर से करीब 100 किलोमीटर दूर गड़चिनचले गांव में भीड़ ने गाडी रोककर दोनों साधुओं और उनके ड्राइवर की पीट पीट कर जान ले ली थी।

इस घटना के प्रकाश में आने के बाद महाराष्ट्र सरकार पर बीजेपी ने चौतरफे हमले करते हुए सवाल खड़े किये। वहीँ मॉब लिंचिंग के वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लोगों ने इसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की।

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TeamDigital