सीएए का नाम लेकर मुस्लिम बच्चो को पाकिस्तान भेजे जाने की धमकी देता था टीचर, सस्पेंड
नई दिल्ली। केरल के कोडुन्गल्लुर के गर्ल्स सेकेंडरी स्कूल के टीचर को उसका फ़र्ज़ी राष्ट्रवाद उस समय महंगा पड़ गया, जब उसे स्कूल के बच्चो को नागरिकता कानून का नाम लेकर धमकाने के आरोप में अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा।
कलेशन के के नामक यह टीचर केरल के कोडुन्गल्लुर में एक सरकारी गर्ल्स सेकेंडरी स्कूल में हिंदी पढ़ाता था। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नागरिकता संशोधन विधेयक संसद में पेश होने के बाद से ही यह टीचर अपनी कक्षा की मुस्लिम छात्रओं को जल्द पाकिस्तान भेजे जाने की बात कहता था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नागरिकता संशोधन विधेयक लोकसभा और राज्य सभा में पास होने के बाद यह शिक्षक लगातार मुसलमानो को देश से निकाले जाने और पाकिस्तान भेजे जाने का हवाला देकर धमकाता था।
रिपोर्ट के मुताबिक इस शिक्षक की मानसिकता इस हद तक ख़राब हो चुकी थी कि वह बात बात पर राष्ट्रवाद की दुहाई देता था। इतना ही नहीं नागरिकता कानून को लेकर मुसलमानो पाकिस्तान भेजे जाने की बात अन्य मुस्लिम छात्राओं तक पहुंचाने के लिए हिंदी का शिक्षक होने के बावजूद बायोलॉजी की कक्षा में भी पहुंच जाता था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एक छात्रा के पिता इस शिक्षक की शिकायत लेकर स्कूल प्रिंसिपल के पास पहुंचे तो इस शिक्षक ने उनसे बदसलूकी की। स्कूल प्रिंसिपल ने छात्राओं के आरोपों की जांच की तो यह शिक्षक दोषी पाया गया। हिंदी पढ़ने वाली गैर मुस्लिम छात्राओं से भी आरोपों को सही बताया।
स्कूल में पढ़ने वाली गैर मुस्लिम छात्राओं ने प्रिंसिपल को बताया कि हिंदी पढ़ाने वाला शिक्षक कलेशन के के कक्षा में सांप्रदायिक बातें करता है और नागरिकता कानून को लेकर मुस्लिम छात्राओं को धमकाता है कि उन्हें जल्द ही पाकिस्तान भेज दिया जाएगा।
शिक्षक पर लगे आरोपो को सही पाए जाने के बाद स्कल प्रशासन ने शिक्षक कलेशन के के को निलंबित कर दिया है। स्कल प्रशासन ने शिक्षक को अनुशासनहीनता और गंभीर आचरण का दोषी पाए जाने पर निलंबन की कार्रवाही की है।