महाराष्ट्र की तरह शर्मिंदा न हो जाये बीजेपी, कमलनाथ के इस बयान से खिले कोंग्रेसी चेहरे
नई दिल्ली। क्या मध्य प्रदेश का सियासी ड्रामा महाराष्ट्र की तर्ज पर हो रहा है ? क्या कमलनाथ ने मध्य प्रदेश में बड़ी फांस निकालने के लिए शरद पवार स्टाइल में पूरे सियासी ड्रामे की स्क्रिप्ट खुद लिखी है ?
ये कुछ ऐसे सवाल हैं जो सुनने में नामुमकिन से लगते हैं लेकिन सियासत में कुछ भी हो सकता है। जब महाराष्ट्र में बीजेपी को चित करने के लिए शरद पवार अपने भतीजे अजीत पवार को बीजेपी खेमे में भेज सकते हैं तो कमलनाथ भी अपने कुछ विधायकों को लेकर कोई राजनैतिक ड्रामा रच सकते हैं।
हालाँकि अभी आधिकारिक तौर पर कुछ सामने नहीं आया है लेकिन मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा आज दिया गया बयान बेहद चौकाने वाला है। भोपाल में कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कमलनाथ ने कहा कि ‘कोई चिंता कोई बात नही है।’
कमलनाथ ने अपने बयान की दूसरी लाइन में जो कुछ कहा वह चौकाने वाला है। कमलनाथ ने कहा कि ‘हमारे विधायकों को बेंगलुरु में क़ैद कर रखा गया है, वो मेरे सम्पर्क में हैं।’ उन्होंने सवाल किया कि ‘यदि वे (विधायक) स्वतंत्र होते तो उन्हें बैंगलोर में क्यों रखा है, उन्हें भोपाल लाएं।’
कमलनाथ ने मीडिया से यह भी कहा कि उनकी सरकार को कोई खतरा नहीं है, सरकार चलेगी, चिंता की कोई बात नहीं है। कमलनाथ का यह बयान उस समय आया है जब बीजेपी अपने विधायकों को मध्य प्रदेश से बाहर शिफ्ट कर रही है।
कमलनाथ के इस बयान से कोंग्रेसियों के चेहरे पर मुस्कुराहट वापस लौटी है। कांग्रेस विधायकों और कार्यकर्ताओं को कमलनाथ के बयान से उम्मीद जागी है कि कमलनाथ सबकुछ ठीक कर लेंगे और सरकार बनी रहेगी।
वहीँ दूसरी तरफ कांग्रेस के भी से बीजेपी ने अपने सभी विधायको को मध्य प्रदेश से बाहर शिफ्ट करने का फैसला लिया है। इन विधायकों को हरियाणा, गुज़रात या दिल्ली शिफ्ट किया जा रहा है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और दीपक बावरिया भोपाल पहुँच चुके हैं। वे मुख्यमंत्री कमलनाथ और राज्य कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ राज्य की ताजा राजनैतिक स्थति को लेकर विचार विमर्श करेंगे।