बागी विधायकों से मिलने बेंगलुरु पहुंचे जीतू पटवारी की पुलिस से हाथापाई

बागी विधायकों से मिलने बेंगलुरु पहुंचे जीतू पटवारी की पुलिस से हाथापाई

बेंगलुरु। बेंगलुरु के एक रिसोर्ट में ठहरे कांग्रेस के 19 बागी विधायकों से मिलने पहुंचे कमलनाथ सरकार के मंत्री जीतू पटवारी और लाखन सिंह को कर्नाटक पुलिस ने विधायकों से नही मिलने दिया बल्कि उन्हें हिरासत में ले लिया।

इससे पहले जीतू पटवारी और पुलिस के बीच धक्का मुक्की और हाथापाई भी हुई। जीतू पटवारी का आरोप है कि बेंगलुरु में कांग्रेस विधायकों बंधक बनाकर रखा गया है। ये विधायक वापस भोपाल आना चाहते हैं लेकिन पुलिस उन्हें रिसॉर्ट से बाहर नहीं निकलने दे रही।

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और विवेक तन्खा ने एक प्रेस कांफ्रेंस में आरोप लगाया कि पुलिस बागी विधायकों से किसी से मिलने नहीं दे रही और जीतू पटवारी और लाखन सिंह के साथ बीजेपी सरकार के इशारे पर बदसलूकी की गई।

सूत्रों की माने तो मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार में मंत्री जीतू पटवरी और कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार बागी विधायकों को भोपाल वापस ले जाने के लिए रणनीति तैयार कर रहे हैं। सूत्रों ने कहा कि डीके शिवकुमार कम से कम 13 विधायकों के सम्पर्क में हैं और अब इन विधायकों से आखिरी दौर की बातचीत होनी है।

वहीँ दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के विधानसभा स्पीकर ने कांग्रेस के 7 और बागी विधायकों को नोटिस भेजा है। स्पीकर ने सभी विधायकों को उनके आधिकारिक निवास पर नोटिस भेजा है। इससे पहले कमलनाथ सरकार के 6 मंत्रियों को स्पीकर ने नोटिस भेजा था। विधानसभा स्पीकर ने कहा कि मैं कायदे और कानूनों से बंधा हुआ हूं।

विधानसभा स्पीकर के नोटिस के बाद हर हाल में विधायकों को सदन में उपस्थित होना होगा। सदन में उन्हें बताना होगा कि किसी दबाव के चलते उन्होंने पद से इस्तीफा दिया है या अपनी इच्छा से उन्होंने अपनी पार्टी से अलग रुख अख्तियार किया है।

नोटिस में कहा गया है कि विधानसभा में विधायकों को शुक्रवार को सदन में मौजूद रहना होगा। माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश में अब सरकार का भविष्य कैसे तय होगा, इस पर मुहर शुक्रवार को ही लगेगी।

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TeamDigital