किसान नेता का बड़ा दावा: 2022 में देश में होगा राष्ट्रपति शासन लागू, मोदी बनेंगे राष्ट्रपति
नई दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन के नेता और कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे राकेश टिकैत ने बड़ा दावा किया है। एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए टिकैत ने दावा किया कि 2022 में पीएम नरेंद्र मोदी स्वयं राष्ट्रपति बनेगे और देश में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया जाएगा।
टिकैत ने कहा कि 2022 में वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। उनके स्थान पर पीएम नरेंद्र मोदी को राष्ट्रपति बना दिया जाएगा। इतना ही नहीं टिकैत ने दावा किया कि पीएम मोदी के राष्ट्रपति बनने के बाद पूरी संवैधानिक ताकत राष्ट्रपति के अधिकार में दे दी जाएंगी और देश में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया जाएगा।
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली से सटे पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर किसान पिछले 6 महीने से डेरा डाले हुए हैं। किसान आंदोलन के 6 महीने पूरे होने पर 26 मई को किसानो ने काला दिवस मनाने का एलान किया है।
किसान आंदोलन को लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक कृषि कानून रद्द नहीं हो जाते तब तक किसान वापस नहीं जायेंगे चाहे इसमें कितना भी समय क्यों न लगे। टिकैत ने कहा कि हमें लगता है कि सारी शक्तियों का बंटवारा होना चाहिए था। मंत्री अफसर सबको काम करना चाहिए था। मगर सभी मंत्री घर में बैठे हुए हैं और लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया गया है।
कोरोना महामारी के बीच चल रहे किसान आंदोलन को लेकर टिकैत ने कहा कि हम सरकार के साथ पूरा सहयोग करने को तैयार हैं। हमने सरकार से कहा है कि वह आंदोलन स्थल पर किसानो को वैक्सीन लगवाने की व्यवस्था करे। इसके लिए किसान पूरा सहयोग देंगे। उन्होंने कहा कि हम आंदोलन के दौरान कोरोना गाइडलाइन का पूरा ख्याल रख रहे हैं।
टिकैत के दावों में कितना दम:
वहीँ जानकारों की माने तो किसान नेता राकेश टिकैत ने पीएम मोदी के राष्ट्रपति बनने को लेकर जो दावा किया है उसमे संदेह अवश्य है लेकिन इंकार नहीं किया जा सकता। लोकसभा में बीजेपी के पास पूर्ण बहुमत से अधिक सीटें हैं लेकिन राज्य सभा में वह आज भी सहयोगी दलों पर निर्भर है।
भारत के इतिहास में ऐसा अवसर कभी नहीं आया कि देश में राष्ट्रपति शासन लागू किया गया हो। राज्यों में राष्ट्रपति शासन लागू किये जाने के लिए भी एक संवैधानिक प्रक्रिया का पालन करना होता है।
जानकारों की राय में देश में राष्ट्रपति शासन लागू करने के लिए लोकसभा और राज्य सभा को भंग करना या अस्थाई तौर पर निलंबित करना अनिवार्य होगा। यहां सवाल यह भी है देश में राष्ट्रपति शासन लागू करने का आधार क्या होगा? इसे लागू करने की सिफारिश कौन करेगा?
फिलहाल भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के दावे में कई आशंकाएं है। 2022 में राष्ट्रपति पद का चुनाव होना है। इसलिए फिलहाल देश के सामने एक नया सवाल अवश्य पैदा हो गया है।