बंगाल में बीजेपी से पलायन जारी, सिर मुंड़ाकर किया पश्चाताप
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के दौरान तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए नेताओं और कार्यकर्ताओं की टीएमसी में घर वापसी जारी है। मंगलवार को 200 से अधिक बीजेपी कार्यकर्ताओं ने तृणमूल कांग्रेस में घर वापसी की।
पश्चिम बंगाल के हुगली के आरामबाग इलाके में सांसद अपरूपा पोद्दार की मौजूदगी में बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने तृणमूल कांग्रेस में घर वापसी की। इतना ही नहीं बीजेपी छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में घर वापसी करने वाले कार्यकर्ताओं ने पश्चाताप करते हुए सिर भी मुंडवाया।
बीजेपी छोड़कर कर तृणमूल कांग्रेस में घर वापसी करने वाले 47 वर्षीय सोमन ने बताया कि वे बहकावे में आकर बीजेपी में चले गए थे और उन्हें इसके लिए खेद है और अब उन्होंने फैसला किया है कि वे ताउम्र तृणमूल कांग्रेस में ही रहेंगे। इतना ही नहीं सोमन ने कहा कि उन्हें नौकरी दिलवाने का लालच देकर बीजेपी में शामिल किया गया था लेकिन बीजेपी में शामिल होने के बाद उन्हें किसी ने पूछा तक नहीं।
गौरतलब है कि इससे पहले हाल ही में बीरभूम मे सैंकड़ों बीजेपी कार्यकर्ताओं ने गंगाजल छिड़क कर टीएमसी में वापसी की थी। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के सत्ता में वापसी के साथ ही बीजेपी से कार्यकर्ताओं और नेताओं का पलायन शुरू हो गया था।
माना जा रहा है कि तृणमूल कांग्रेस में घर वापसी का सिलसिला अभी काफी दिनों तक जारी रह सकता है। हालांकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बागियों को लेकर साफ़ तौर पर कहा था कि गद्दारो की तृणमूल कांग्रेस में कोई जगह नहीं है और उन्हें वापस नहीं लिया जाएगा। लेकिन बीजेपी से तृणमूल कांग्रेस में घर वापसी की शुरुआत बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय से हुई।
मुकुल रॉय अपने बेटे के साथ हाल ही में बीजेपी छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में वापस लौटे हैं। मुकुल रॉय तृणमूल कांग्रेस के फाउंडर मेंबर रहे हैं और बंगाल में तृणमूल कांग्रेस को खड़ा करने में उनका अहम योगदान रहा है।