असम बीजेपी में उठापटक जारी, हेमंत बिस्व सरमा दिल्ली तलब
नई दिल्ली। असम में नई सरकार के गठन से पहले भारतीय जनता पार्टी में मुख्यमंत्री पद को लेकर उठापटक जारी है। सूत्रों की माने तो नए मुख्यमंत्री के चयन के मुद्दे पर बीजेपी विधायक दो गुटों में बंट गए हैं। एक गुट हेमंत बिस्व सरमा को मुख्यमंत्री बनाये जाने की मांग कर रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, इस मामले को हल करने के लिए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तौमर को असम भेजा गया था लेकिन वे मसला हल नहीं कर सके और खाली हाथ दिल्ली वापस आगये। सूत्रों ने कहा कि हेमंत बिस्व सरमा के समर्थक विधायकों ने दो टूंक शब्दों में कहा है कि यदि उन्हें किसी भी हाल में सर्वानंद सोनोवाल का नेतृत्व स्वीकार नहीं है और यदि सर्वानंद सोनोवाल को एक बार फिर मुख्यमंत्री बनाया गया तो वे विधानसभा में अलग गुट बना लेंगे।
सूत्रों के मुताबिक, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तौमर की रिपोर्ट पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हेमंत बिस्व सरमा को दिल्ली तलब किया है। हेमंत बिस्व सरमा शनिवार को जेपी नड्डा से मिलने दिल्ली पहुंच रहे हैं।
जे पी नड्डा के साथ होने वाली इस बैठक को अहम माना जा रहा है। इस बैठक में तय होगा कि बीजेपी नेतृत्व किस हद तक हेमंत बिस्व सरमा को मनाने में सफल हो पाती है।
सूत्रों ने कहा कि शनिवार को होने वाली बैठक के बाद ही असम में नए मुख्यमंत्री को लेकर तस्वीर साफ़ होने की संभावना है। हालांकि हेमंत बिस्व सरमा गुट के विधायकों को लेकर कहा जा रहा है कि वे इतनी जल्दी पार्टी नेतृत्व की बात मानने वाले नहीं हैं। अगर ऐसा होता तो कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तौमर को खाली हाथ वापस नहीं लौटना पड़ता।
गौरतलब है कि असम के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर एनडीए को बहुमत मिला है। यहां 60 सीटों पर बीजेपी को जीत मिली है। जबकि राज्य में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को 29 सीटों पर जीत मिली है। इसके अलावा ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (एआईयूडीएफ) को 16 और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट को चार सीटों पर जीत मिली।