पेगासस मामले में हो सकते है और कई खुलासे, फ़्रांस सरकार करेगी कथित जासूसी की जांच
नई दिल्ली। पेगासस जासूसी मामले में कई और बड़े खुलासे होने की संभावना है। यह मामला प्रकाश में आने के बाद फ्रांस की सरकार ने पेगासस सॉफ्टवेयर से कथित जासूसी की जांच शुरू करने का आदेश दे दिया है।
फ्रांसीसी अभियोजकों ने मंगलवार को घोषणा की कि उन्होंने देश में पत्रकारों को निशाना बनाने के लिए पेगासस स्पाइवेयर के इस्तेमाल के आरोपों की जांच शुरू की है।
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, जांच में मोरक्को की खुफिया एजेंसियों द्वारा फ्रांसीसी पत्रकारों की जासूसी करने के लिए पेगासस स्पाइवेयर के इस्तेमाल पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
यूरो न्यूज ने फ्रांसीसी न्याय मंत्रालय की रिपोर्ट में कहा कि पेरिस अभियोजक का कार्यालय “धोखाधड़ी”, “डेटा की धोखाधड़ी प्रविष्टि”, “गोपनीयता पर आक्रमण” सहित कई आरोपों की एक स्ट्रिंग की जांच करेगा।
यूरो न्यूज ने बताया, “जांच का जिम्मा फ्रांस के सेंट्रल ऑफिस फॉर कॉम्बैटिंग टेक्नोलॉजी-रिलेटेड क्राइम ऑफ इंफॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशन न्यायिक पुलिस की एक शाखा को सौंपा गया है।”
पेगासस के खुलासे में इसके पत्रकारों के नाम सामने आने के बाद फ्रांसीसी मीडिया आउटलेट मीडियापार्ट ने सोमवार को शिकायत दर्ज कराई। फ्रांसीसी अखबार ले कैनार्ड एनचाइन के भी इस मुद्दे पर अधिकारियों से संपर्क करने की उम्मीद है।
रतलब है कि इजराइली कंपनी के इस सॉफ्टवेयर से भारत में भी 300 सत्यापित मोबाइल नंबरों की जासूसी होने का दावा किया गया है। इनमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर समेत कई बड़े नेताओं, 40 पत्रकारों, शीर्ष अदालत के न्यायाधीश और अन्य लोगों के नंबर शामिल बताए जा रहे हैं।