शहाबुद्दीन की मौत पर सवाल उठना शुरू, अब मांझी ने की न्यायिक जांच की मांग
पटना। सिवान के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की कोरोना से मौत को लेकर अब सवाल उठने शुरू हो गए हैं। शहाबुद्दीन की मौत को लेकर राष्ट्रीय जनता दल के बाद अब एनडीए में शामिल हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतनराम मांझी तथा जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने भी सवाल उठाये हैं।
शहाबुद्दीन की मौत को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मौत की न्यायिक जांच की मांग करते हुए राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कराए जाने का भी आग्रह किया है।
वहीँ इससे पहले शहाबुद्दीन के बेटे ने जेल प्रशासन और पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। परिवार वालों का कहना है कि उन्हें शहाबुद्दीन के स्वास्थ्य की सही जानकारी नहीं दी गई और न ही उनसे मिलने दिया जाता था।
राष्ट्रीय जनता दल ने भी उठाये सवाल:
समस्तीपुर से आरजेडी विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने जेल प्रशासन और दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया में विडियो पोस्ट किया है। उन्होंने वीडियों में कहा कि शहाबुद्दीन की मौत कोरोना से नहीं हुई है बल्कि उन्हें एक साजिश के तहत मारा गया है।
राजद विधायक ने सवाल किया कि जब मोहम्मद शहाबुद्दीन जेल के अलग वार्ड में थे तो फिर वहां वह कोरोना से कैसे संक्रमित हुए। यह एक बड़ा प्रश्न है जिसकी जांच होनी चाहिए।
बता दें कि शहाबुद्दीन के शव को उनके पैतृक गांव प्रतापपुर ले जाने पर कोर्ट ने रोक लगा दी है। इसलिए संभावना है कि शहाबुद्दीन को दिल्ली के किसी कब्रिस्तान में दफन किया जाएगा। हालांकि शहाबुद्दीन के परिजन आज सुबह भी शव को उनके पैतृक गांव ले जाने के लिए प्रयास कर रहे थे और दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीमकोर्ट में चुनौती दिए जाने की बात की जा रही थी।