क्या टाले जाएंगे 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव?, अगले महीने तय करेगा चुनाव आयोग
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में अगले वर्ष के शुरू में होने वाले विधानसभा चुनावो को लेकर अभी सस्पेंस बरकरार है। कोरोना महामारी और ओमीक्रॉन के खतरे के बीच क्या विधानसभा चुनाव कराये जा सकते हैं? इस पर चुनाव आयोग जनवरी में फैसला लेगा।
अभी हाल ही में चुनाव आयोग ने स्वाथ्य मंत्रालय के अधिकारीयों के साथ बैठक की थी। इस बैठक में पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब और मणिपुर में कोरोना और ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों पर चर्चा की गई।
गौरतलब है कि अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश के इलाहबाद उच्च न्यायालय ने भी अपने एक फैसले के दौरान टिप्पणी करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग से विधानसभा चुनाव कम से कम दो महीने टालने की अपील की थी। कोर्ट ने कहा था कि उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए राजनीतिक दलों की रैलियों में काफी भीड़ एकत्रित हो रही है।
इतना ही नहीं कोर्ट ने कहा कि जान है तो जहान है। देश में कोरोना महामारी और कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन की आशंकाओं के बीच चुनाव कराये जाने से बचा जा सकता है।
हालांकि कोर्ट की इस टिप्पणी के बाद चुनाव आयोग और स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकरियों के बीच हुई बैठक में चुनाव कराये जाने या टाले जाने को लेकर कोई फैसला नहीं हो सका। अब इस मामले को लेकर जनवरी में फिर से बैठक होगी। इस बैठक में तय किया जाएगा कि 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव चुनाव कराए जाएं या फिर टाल दिया जाए।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, चुनाव आयोग द्वारा बुलाई गई बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पहुंचे। इस बैठक में देश में बढ़ते ओमिक्रॉन संक्रमण, विशेषकर चुनावी राज्यों में ओमिक्रॉन और कोरोना की स्थिति और टीकाकरण पर चर्चा की