येदुरप्पा जैसा हो सकता है फडणवीस का हाल, एक एक कर खिसक रहे एनसीपी विधायक

येदुरप्पा जैसा हो सकता है फडणवीस का हाल, एक एक कर खिसक रहे एनसीपी विधायक

नई दिल्ली(राजा ज़ैद)। महाराष्ट्र में ताजा घटनाक्रम में बीजेपी ने अपने विधायकों को पार्टी कार्यालय में बैठक के लिए बुलाया वहीँ एनसीपी ने अपने विधायकों को होटल रेनेसां में शिफ्ट कर दिया है। शिवसेना विधायक पहले से ही एक होटल में ठहरे हुए हैं।

इस बीच एनसीपी विधायकों का वापस आना जारी है। दूसरी तरफ एनसीपी से बागी हुए अजित पवार से शरद पवार के कुछ वफादार सांसद और विधायक बातचीत कर रहे हैं। सूत्रों की माने तो अजित पवार कभी भी बीजेपी का साथ छोड़कर वापसी कर सकते हैं।

सूत्रों की माने तो 22 विधायकों की लिस्ट राज्यपाल को पेश करने वाले एनसीपी नेता अजित पवार के साथ अब 4 विधायक ही बचे हैं। कल धनजय मूंडे ने अजित पवार छोड़ दिया था और वे शाम में एनसीपी की बैठक में पहुँच गए थे। उसके बाद कई अन्य विधायक भी एनसीपी की बैठक में पहुंचे थे।

इन विधायकों ने एनसीपी की बैठक में खुद को एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के साथ होने का दावा भी किया था। वहीँ एनसीपी विधायक माणिकराव कोकाटे आज रेनेसां होटल पहुंच गए हैं, जहां पार्टी के अन्य विधायक ठहरे हुए हैं। वह उप-मुख्यमंत्री अजित पवार के साथ राज्यपाल के भवन पहुंचे थे और कल से ही गायब थे।

एनसीपी विधायकों की द्वारा अजित पवार का साथ छोड़े जाने से राज्य में एक दिन पहले फडणवीस सरकार के लिए खतरा पैदा हो गया है। वहीँ यह मामला अब यह मामला सुप्रीमकोर्ट पहुँचने से इस बात की संभावना बढ़ गयी है कि फडणवीस सरकार को विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए अधिक समय न मिले।

ऐसे हालातो में कहीं सीएम देवेंद्र फडणवीस का हाल यदुरप्पा जैसा न हो कि उन्हें विश्वास मत हासिल करने से पहले ही अपना इस्तीफा सौंपना पड़े। वर्ष 2018 में भी येदुरप्पा कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने थे और उन्होंने 17 मई, 2018 को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी और उन्हें दो दिन बाद विधानसभा में विश्वास मत साबित करना था लेकिन पर्याप्त संख्याबल ना होने से येदियुरप्पा विधानसभा में शक्ति परीक्षण से पहले ही राज्यपाल को अपना इस्तीफा देने चले गए थे।

महाराष्ट्र में रातो रात हुए सत्ता के खेल के बाद अब अगले दो दिन बेहद महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। जहाँ एक तरफ एनसीपी की तरफ से बागी अजित पवार को मनाने की कोशिश चल रही है। वहीँ महाराष्ट्र में सोमवार को सुप्रीमकोर्ट में सुनवाई होनी है।

फिलहाल निश्चित तौर पर यह कहा जा सकता है कि महाराष्ट्र में बीजेपी ने भले की रातोरात सरकार बना ली हो लेकिन वह अपनी सरकार को बरकरार रख पाएगी इस पर संदेह बरकरार है।

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