लोकतंत्र और संविधान को दरकिनार कर देश में चल रही तानाशाही: सोनिया गांधी

लोकतंत्र और संविधान को दरकिनार कर देश में चल रही तानाशाही: सोनिया गांधी

नई दिल्ली। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 137वे स्थापना दिवस के अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को अपने संबोधन में कहा कि आज देश में हमारी गंगा जमुनी संस्कृति को मिटाने की नापाक कोशिश की जा रही है। देश का आम नागरिक खुद को असुरक्षित और भयभीत महसूस कर रहा है।

सोनिया गांधी ने बीजेपी का नाम लिए बिना कहा कि लोकतंत्र और संविधान को दरकिनार कर तानाशाही चल रही है। देश की विरासत को मिटाने की कांग्रेस किसी को कभी भी इजाज़त नहीं देगी।

कांग्रेस अध्यक्ष ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि वे खुद को एक महत्वपूर्ण भूमिका देने के लिए इतिहास को फिर से लिख रहे हैं, जिसके वे हकदार नहीं हैं। वे जुनून को भड़काते हैं, भय पैदा करते हैं और दुश्मनी फैलाते हैं।

सोनिया गांधी ने कहा, “विभाजनकारी विचारधाराएं नफरत और पूर्वाग्रह से ग्रसित थी, जिनकी हमारे स्वतंत्रता आंदोलन में कोई भूमिका नहीं थी और अब वही लोग हमारे समाज के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि गांधी की टिप्पणी ऐसे समय में आई जब हिंदू धार्मिक नेताओं के एक वर्ग ने महात्मा गांधी को गालियां दी हैं और उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे को सच्चाई और धर्म का प्रतीक बताया है।

सोनिया गांधी ने कहा कि हमारे संसदीय लोकतंत्र की बेहतरीन परंपराओं को जानबूझकर नुकसान पहुंचाया जा रहा है। पार्टी इन “जनविरोधी साजिशों” का मुकाबला करने के लिए हर संभव बलिदान करेगी।

इतना ही नहीं सोनिया गांधी ने कहा कि नफरत और पूर्वाग्रह से ग्रसित विभाजनकारी विचारधाराएं एक मजबूत भारत के विकास के लिए घातक हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी विचारधाराएं कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा रखी गई मजबूत नींव को कमजोर करने की हर संभव प्रयास कर रही हैं।

इससे पहले आज दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी, वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद शर्मा, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, राज्य सभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़के सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद थे।

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TeamDigital