हिजाब के समर्थन में दिल्ली के शाहीन बाग़ से बंगाल के बशीरहाट तक प्रदर्शन

हिजाब के समर्थन में दिल्ली के शाहीन बाग़ से बंगाल के बशीरहाट तक प्रदर्शन

नई दिल्ली। कर्नाटक का हिजाब विवाद अब देश के कई इलाको तक पहुंच गया है और हिजाब के समर्थन में दिल्ली के शाहीन बाग़ सहित देश के कई शहरो में मुस्लिम महिलाओं ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया।

बुधवार को दिल्ली के शाहीन बाग़ में सैकड़ो महिलाओं ने कर्नाटक की घटना पर नाराज़गी जताते हुए हिजाब के समर्थन मार्च किया। महिलाओं ने लोकभारत संवादाता से बातचीत में कहा कि हिजाब हमारा अधिकार है, और इससे हमे कोई नही रोक सकता। महिलाओं ने कहा कि हम क्या पहने, हमारा लिबास क्या होना चाहिए इसके लिए संविधान ने अधिकार दिया है।

वहीँ बुधवार को ही हिजाब के समर्थन में पश्चिम बंगाल के बशीरहाट थाने के शंखचूड़ा बाजार में सैकड़ों की संख्या में छात्राओं ने हिजाब और तख्तियां लिए धरना-प्रदर्शन किया।

मुस्लिम महिलाओं ने कहा कि भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष देश में, भारत के प्रत्येक नागरिक के लिए यह तय करना व्यक्तिगत मामला है कि क्या पहनना है या क्या नहीं पहनना है। उन्होंने कहा कि हिजाब पहनना उनका संवैधानिक अधिकार है. उनसे यह अधिकार नहीं छीना जाना चाहिए और उनसे पोशाक की स्वतंत्रता नहीं छीनी जानी चाहिए।

हिजाब में लड़कियों को स्कूल जाने से रोकना भयावह: मलाला

कर्नाटक हिजाब विवाद पर पाकिस्तान की सामाजिक कार्यकर्ता और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि हिजाब में लड़कियों को स्कूल में एंट्री देने से रोकना भयावह है।

मलाला यूसुफजई ने ट्वीट कर लिखा, ‘’हिजाब पहनी हुई लड़कियों को स्कूलों में एंट्री देने से रोकना भयावह है। कम या अधिक कपड़े पहनने के लिए महिलाओं का वस्तुकरण किया जाता है। भारतीय नेताओं को मुस्लिम महिलाओं को हाशिए पर जाने से रोकना चाहिए।’

क्या है मामला:

कर्नाटक के उडुपी के एक सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज की कक्षा में हिजाब पहनकर आई छात्राओं को कॉलेज परिसर से बाहर चले जाने को कहा गया। इसके बाद इस मुद्दे ने तूल पकड़ लिया। अब स्थिति ये है कि यह मसला अब राज्य के विभिन्न हिस्सों में भी फैल गया है।

इस बीच दक्षिणपंथी संगठनों की तरफ से समर्थित युवा हिन्दू भगवा गमछा डालकर लड़कियों के हिजाब पहनने पर विरोध जताने लगे। फिलहाल सरकार ने तीन दिनों तक स्कूलों और कॉलेजों को बंद रखने का फैसला लिया है।

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TeamDigital