ज्ञानवापी मस्जिद केस में 12 सितंबर को आएगा कोर्ट का फैसला
लखनऊ। वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद मामले में कोर्ट 12 सितंबर को अपना फैसला सुनाएगा। इस मामले में सुप्रीमकोर्ट के आदेश पर जिला अदालत में सुनवाई हो रही है।
गिनवापि मस्जिद को लेकर हिन्दू पक्ष का दावा है कि 16वीं सदी में मुगल बादशाह औरंगजेब ने काशी विश्वनाथ मंदिर को गिराकर ज्ञानवापी मस्जिद बनवाई थी।ज्ञानवापी मामले में हिन्दू और मुस्लिम पक्षों की दलीलें पूरी हो चुकी हैं और अब सभी की नज़रें कोर्ट के फैसले पर लगी हैं।
इस मामले में अप्रैल 2021 में वाराणसी कोर्ट ने भारतीय पुरातत्व विभाग को मस्जिद का सर्वे करके रिपोर्ट जमा करने का आदेश दिया था। बता दें कि काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर आधा दर्जन से ज्यादा मुकदमे अलग-अलग अदालतों में लंबित हैं।
अयोध्या में बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि जमीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिसंबर 2019 में एक याचिका दायर की गई थी जिसमे ज्ञानवापी मस्जिद को मंदिर का हिस्सा होने का दावा किया गया था। इतना ही नहीं इस मामले में मस्जिद के बजूखाने में शिवलिंग के होने का दावा भी किया गया।
हालांकि मस्जिद के बजूखाने में लगे फब्बारे को शिवलिंग बताये जाने को मुस्लिम पक्ष ने ख़ारिज कर दिया। लेकिन हिन्दू पक्ष ने इसे शिवलिंग साबित करने के लिए तरह तरह के तर्क कोर्ट के समक्ष रखे।
फिलहाल कोर्ट का फैसला आने के बाद ही इंसाफ हो सकेगा कि हिन्दू पक्ष द्वारा किये गए दावे कानूनी पटल पर कितने सच साबित होते हैं। हालांकि बाबरी मस्जिद के बाद ज्ञानवापी मस्जिद अकेला ऐसा मामला नहीं है जिस पर हिन्दू संगठन अपना दावा करते रहे हैं। मथुरा में ईदगाह मस्जिद को लेकर भी कानूनी प्रक्रिया चल रही है।