सीएए पर नेताजी के प्रपौत्र ने कहा ‘लोकतंत्र में आप जनता पर कोई कानून नहीं थोप सकते’
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कोलकाता। नेताजी सुभाष चंद्र बोस के प्रपौत्र और बीजेपी नेता सी के बोस ने नागरिकता कानून के मुद्दे पर अपनी ही पार्टी को आईना दिखाया है। बोस ने कहा कि लोकतंत्र में आप जनता पर कोई कानून नही थोप सकते।
उन्होंने कहा कि बिल जब कानून बन जाता है तो यह राज्य सरकारों के लिए बाध्यकारी है। यह कानूनी स्थिति है, लेकिन एक लोकतांत्रिक देश में आप देश के नागरिकों पर कोई भी कानून थोप नहीं सकते हैं।
बोस ने कहा कि हमारा काम लोगों को यह समझाना है कि हम सही हैं और वे गलत हैं। आप किसी को गाली नहीं दे सकते हैं। आज हमारे पास संख्या है, सिर्फ इसलिए हम डर की राजनीति नहीं कर सकते। आइए हम सीएए के लाभों के बारे में लोगों को बताते हैं।
उन्होंने पार्टी नेतृत्व को सुझाव दिया है कि हमें यह बताना चाहिए कि यह कानून धार्मिक उत्पीड़न का शिकार रहे लोगों के लिए है। अगर हम थोड़ा सा संशोधन करते हैं तो विपक्ष का पूरा आंदोलन बेकार हो जाएगा।
सी के बोस ने कहा कि हमें विशेष रूप से यह बताने की जरूरत है कि यह उत्पीड़ित अल्पसंख्यकों के लिए है। हमें किसी धर्म का जिक्र नहीं करना चाहिए। इस मामले में हमारा दृष्टिकोण अलग होना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘हमारा काम लोगों को यह समझाना है कि हम सही हैं और वे गलत हैं। आप गाली-गलौच नहीं कर सकते हैं। सिर्फ इसलिए कि आज हमारे पास संख्या है, हम आतंक की राजनीति नहीं कर सकते। आइए हम सीएए के फायदों के बारे में लोगों को बताएं।’
नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परपोते सी के बोस पहले भी कई मामलो में पार्टी लाइन से अलग हटकर बयान दे चुके हैं। नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर उन्होंने दूसरी बार अपनी ही पार्टी की सरकार पर सवाल दागे हैं।
गौरतलब है कि नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ पिछले एक महीने से अधिक समय से देशभर में विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। दिल्ली से केरल तक लोग सड़को पर धरने प्रदर्शन कर रहे हैं।