बिहार: बीजेपी-जेडीयू में खींचतान शुरू, बीजेपी नेता ने कहा ‘बीजेपी का हो मुख्यमंत्री’
पटना। बिहार में इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी और जनता दल यूनाइटेड के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान शुरू हो गई है। अभी हाल ही में जनता दल यूनाइटेड के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने विधानसभा चुनाव में गठबंधन में जदयू को बीजेपी से अधिक सीटें मिलने की मांग वाला बयान दिया था।
प्रशांत किशोर के बयान के बाद ज़ाहिर हो गया था कि आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी-जदयू के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर पेंच फंस सकता है। वहीँ अब बीजेपी नेता और विधान सदस्य संजय पासवान ने कहा है कि बिहार की जनता किसी बीजेपी नेता को बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है।
पासवान ने कहा कि बिहार में सबसे मजबूत और सबसे ज्यादा सक्रिय पार्टी भारतीय जनता पार्टी है। बीजेपी नेता संजय पासवान ने यह भी कहा कि अंतिम फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सुशील मोदी का ही होगा, लेकिन बिहार में बीजेपी अपने दम पर चुनाव जीतने में सक्षम है।
हालाँकि इससे पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का बयान दे चुके हैं। एक चैनल से बात करते हुए अमित शाह ने कहा था कि इस बात में कोई संदेह नहीं है कि विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार ही एनडीए का चेहरा होंगे और उन्ही के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा।
वहीँ यह भी कहा जा रहा है कि सीएए के मुद्दे पर जनता दल यूनाइटेड में पैदा हुई रार के बाद नीतीश कुमार पर बीजेपी से संबंध तोड़ने के लिए दवाव लगातार बढ़ रहा है। हाल ही में जदयू के महासचिव पवन वर्मा ने एक पत्र लिखकर नीतीश कुमार से अपील की थी कि वे नागरिकता कानून, एनपीआर और एनआरसी को खारिज करें।
गौरतलब है कि जनता दल यूनाइटेड के कुछ नेताओं का मानना है कि नागरिकता कानून पर जदयू द्वारा मोदी सरकार का समर्थन किये जाने से नीतीश कुमार की सेकुलर छवि पर सवाल उठ सकते हैं, और चुनाव में अल्पसंख्यक समुदाय जदयू से दूरी बना सकता है।