शाहीन बाग़ पहुंचे अनुराग कश्यप, कहा ‘यह लड़ाई संविधान, देश और सभी चीजों को वापस पाने की’
नई दिल्ली। नागरिकता कानून के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग़ में पिछले 59 दिनों से चल रहे विरोध प्रदर्शन में शुक्रवार को फिल्म निदेशक अनुराग कश्यप शामिल हुए। अनुराग कश्यप ने शाहीन बाग़ प्रदर्शनकारियों की तारीफ़ करते हुए कहा कि यह लड़ाई संविधान, देश और सभी चीजों को वापस पाने की है।
अनुराग कश्यप ने कहा कि भारत रेखाओं से नहीं बल्कि भारत के लोगों से है। आइडिया ऑफ इंडिया भारत के लोग हैं। उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि आप खुद लोगों को गुमराह करते हैं और क्रोनोलॉजी की बात करते हैं।
अनुराग ने कहा कि पहले बोलते हैं ऐसा होगा और बाद में उसी बात से मना करते हैं। कश्यप ने इस दौरान नागरिकता कानून को लेकर भी सवाल उठाया, उन्होंने कहा कि पहले फैसला कर लिया गया फिर कानून बना दिया। लोगों के हाथ में गलत ताकत दी जा रही है, इससे करप्शन और ज्यादा बढ़ जाएगा।
इस अवसर पर अनुराग कश्यप ने शाहीन बाग़ में बिरियानी का लुफ्त भी उठाया। उन्होंने कहा कि हमें धैर्य रखना होगा और हम तब तक प्रदर्शन करेंगे जब तक आप नहीं आते और हमारे दिलों में मौजूद सारे सवालों के जवाब हमें तसल्ली होने तक नहीं देते कि हम आपकी हर बात नहीं मानेंगे। अनुराग कश्यप दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्र छात्राओं द्वारा किये जा रहे प्रदर्शन में भी शामिल हुए।
जामिया में अपने संबोधन में अनुराग कश्यप ने कहा कि वह ‘जिंदा’ हैं। उन्होंने छात्रों को विश्वास दिलाया कि वह इस लंबी लड़ाई में उनके साथ खड़े हैं। अनुराग कश्यप ने प्रदर्शन कर रहे लोगों से कहा, ‘मैं पहली बार यहां आया हूं अगर हम पिछले तीन महीने की बात करें तो मुझे लगता था कि हम मर गए हैं, लेकिन आज यहां आकर मुझे लगा कि हम जिंदा हैं।’
उन्होंने कहा, ‘यह बहुत लंबी लड़ाई है। यह कल, परसों या अगले चुनाव के साथ खत्म नहीं होगी, लेकिन आपको इसके लिए बहुत धीरज रखना होगा। वे इंतजार कर रहे हैं कि यहां लोग थककर घर चले जाएं, इसलिए हमें धैर्य रखना होगा और अपने रुख पर कायम रहना होगा।