नागरिकता कानून के विरोध में बीजेपी के 90 मुस्लिम नेताओं ने पार्टी को कहा अलविदा

नागरिकता कानून के विरोध में बीजेपी के 90 मुस्लिम नेताओं ने पार्टी को कहा अलविदा

भोपाल। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के मुस्लिम नेता नागरिकता कानून को लेकर पार्टी से इतने खफा है कि पार्टी के 90 मुस्लिम नेताओं ने पार्टी छोड़ने का फैसला लिया है। अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ से जुड़े नेताओं का कहना है कि पार्टी सबका साथ -सबका विकास से दूर जा चुकी है।

मोदी सरकार द्वारा नागरिकता कानून लाये जाने से नाराज़ इंदौर में भाजपा के मंडल और अल्पसंख्यक मोर्चे से जुड़े विभिन्न पदों पर काम करने वाले लगभग 90 सदस्यों ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने की घोषणा की है।

मीडिया से बात करते हुए भारतीय जनता पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के नेता राजिक फर्शीवाला ने कहा कि केंद्र सरकार ने इस कानून को लागू करके असंवैधानिक कदम उठाया है, इसलिए सभी सदस्य अपना इस्तीफा पार्टी के अध्यक्ष को दे रहे हैं।

उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून पर बीजेपी की नीयत साफ़ नहीं हैं। देश का हर मुसलमान इस कानून को शंका की नज़र से देख रहा है। हम जनता के बीच में जाएँ तो हमसे सवाल होते हैं। ऐसे में हम मुसलमानो से किस मूँह से कहें कि वे भारतीय जनता पार्टी से जुड़ें।

वहीँ इस्तीफा देने वाले अन्य नेताओं ने कहा कि बीजेपी द्वारा नागरिकता कानून (सीएए) के जरिए देश को धार्मिक आधार पर बांटने का काम केंद्र सरकार द्वारा किया जा रहा है, जो संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। ऐसे में वे भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को अपना इस्तीफा भेज रहे हैं।

गौरतलब है कि इससे पहले नागरिकता कानून के लिए केंद्र सरकार द्वारा नोटिफिकेशन जारी किये जाने के बाद भोपाल में अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के 48 सदस्यों ने विवादास्पद कानून पर पार्टी छोड़ दी थी।

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TeamDigital