हिसार में सीएम खटटर पर जूता फेंकने की कोशिश

हिसार में सीएम खटटर पर जूता फेंकने की कोशिश

मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कार्यक्रम के दौरान एक व्‍यक्ति ने जूता फेंकने का प्रयास किया। सुनील सरदाना नामक इस व्यक्ति के हाव-भाव को भांपकर पुलिसकर्मियों ने तुरंत दबोच लिया।

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हिसार। यहां मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कार्यक्रम के दौरान एक व्यक्ति ने जूता फेंकने का प्रयास किया। सुनील सरदाना नामक इस व्यक्ति के हाव-भाव को भांपकर पुलिसकर्मियों ने तुरंत दबोच लिया। उसे हिरासत में लेकर शहर थाना में ले जाया गया। उसके मामा नरेश खुराना को पहले ही पुलिस ने हिरासत मे ले लिया था।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल जब शिलान्यास करने के लिए वीआईपी गेट से अंदर घुसे तो उनके साथ ढोल बजाने वाले भी चल पड़े। इसका फायदा उठाकर सुनील सरदाना भी अंदर घुस गया। जैसे ही उसने जूता उतारकर सीएम पर फेंकना चाहा, तभी पुलिसकर्मियों ने उसे दबोच लिया। फिर उसे शहर थाना में लेकर चले गए।

वहीं, उसके मामा नरेश खुराना को शहर थाना पुलिस पहले ही पकड़कर थाना में लेकर गई थी। देर रात तक पुलिस मामले को दबाती रही। हालांकि, सरदाना के परिजन ने मामले की पुष्टि की है। वहीं, नरेश के पुत्र ने अपने पिता को पुलिस द्वारा साथ ले जाने की बात स्वीकार की है।

बता दें कि देव वाटिका वासी सुनील सरदाना का भिवानी के दंपति से रुपयों का लेन-देन चल रहा है। इस मामले में आरोपी पक्ष ने 12 लाख रुपए कोर्ट में जमा करवा दिए थे। हालांकि, सरदाना का कहना था कि 27 लाख का लेन-देन है। उने इस मामले पर सुनवाई न होने पर कुछ माह पहले पंचकूला में डीजीपी कार्यालय के बाहर जहर खाकर खुदकुशी करने का प्रयास भी कर चुका है।

उसे पुलिसकर्मियों ने पीजीआई में दाखिल कराया। जब वह ठीक हो गया तो उसके खिलाफ आत्महत्या का प्रयास करने का केस दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद सरदाना का परिवार व रिश्तेदार कई दिनों तक पंचकूला तो कभी चंडीगढ़ में धरना प्रदर्शन करते रहे।

एक दिन सीएम हाउस के बाहर प्रदर्शन करते हुए पुलिस ने उन्हें पकड़कर जेल भिजवा दिया। वहां से बाहर आए तो धर्म परिवर्तन कर लिया। मुस्लिम धर्म अपनाते हुए जंतर-मंतर पर कलमा पढ़ा। वहां भी कई दिन तक बैठे रहे। अब इसी मामले में सरदाना ने उक्त कदम उठाया है।

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TeamDigital