सीरिया में हवाई हमलों में हो रही निर्दोष लोगों की मौतों की ज़िम्मेदारी कौन लेगा ?

syria-air-strike

ब्यूरो (न.प) । “काश तुम्हारी जगह मैं होता…” इस तस्वीर में दिखने वाला बच्चा रो-रोकर यही कहता रहा। उसके सामने उसके भाई की लाश थी। लोग उसे ले जा रहे थे, वह उसे देखकर चिल्ला-चिल्लाकर रोता रहा।

इस बच्चे के भाई की मौत सीरिया के एलेप्पो में हुए हवाई हमलों में हो गई। विद्रोहियों के कब्जे वाले इस शहर में हुई बमबारी में दर्जनों नागरिकों की मौत हो गई। जिनमें से एक अस्पताल में हुआ धमाका भी शामिल है, जिसमें 50 से ज्यादा लोग मारे गए। इस घटना की वीडियोग्राफी में इस बच्चे के दर्द को भी कैद कर लिया गया। जो अलसुकूर जिले में अपने मृत भाई के सामने रोता रहा।

ब्रिटिश अखबार ‘द इंडिपेंडेंट’ की रिपोर्ट के मुताबिक, सीरिया में बुधवार को एक बार फिर से बमबारी का नया सिलसिला शुरू हो गया है। जिसने सीरिया सरकार और विद्रोही गुटों के बीच संयुक्त राष्ट्र के समर्थन से अंजाम दिए गए नाजुक युद्धविराम की स्थिति को तोड़ दिया है।

हवाई हमले और तोपों को एलेप्पो में उतारा गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शहर के बाहरी सीमा में सेनाएं इकट्ठी हो रही हैं। इससे बशर-अल-असद की सेनाओं और सहयोगियों की तरफ से विद्रोही इलाकों में हमलों का खतरा बढ़ गया है।

इस घटना के संबंध में एक वीडियो जारी किया गया है। जिसमें गिराई गई इमारतों में से शवो को निकालते हुए दिखाया गया है। अल-सुकूर, कलासा और बुसतन अल कस्र इलाकों को इसमें दिखाया गया है।

अल-कुद्स अस्पताल को हवाई हमले के बाद मलबे के ढ़ेर में तब्दील कर दिया गया। जिसमें 55 लोगों की मौत हो गई, इसके अलावा 60 अन्य घायल हो गए। सीरिया के नागरिक सुरक्षा समूह ने बताया इनमें बच्चे, मरीज़ और अनुभवी डॉक्टर्स शामिल हैं। इस वीडियो में बच्चों के शवों को मलबे में से निकलते दिखाया गया है। जिनमें से कुछ के क्षत-विक्षिप्त शवों की हालत बताना भी मुश्किल है।

अपनी राय कमेंट बॉक्स में दें

TeamDigital