मौत के साये में भविष्य संवार रहे मासूम, महकमा ‘लापरवाह’

मौत के साये में भविष्य संवार रहे मासूम, महकमा ‘लापरवाह’

ब्यूरो (अमेठी राम मिश्रा): अमेठी में बिजली विभाग की लापरवाही किसी बड़े हादसे को दावत दे रही है। कस्बा व ग्रामीण क्षेत्रों में झूलते बिजली के तारों से हादसे व मौतों ग्राफ बढ़ता चला जा रहा है। आए दिन बिजली के तार टूटने से लोगों की जाने जा रही है।

मुसाफिरखाना तहसील क्षेत्र के दर्जन भर विद्यालयों के परिसर से बिजली के तार गुजर रहे हैं। तारों में झूल रही मौत के साए तले मासूम अपना भविष्य संवार रहे हैं। इसे शिक्षा विभाग की अनदेखी कहा जाये या विद्युत विभाग द्वारा की गयी जानबूझकर की जा रही गलती।

बारिश के मौसम में बल्ली के सहारे तारो से पहुंची जा रही बिजली कभी भी किसी बड़े खतरे को आमंत्रित कर सकती है। यह सब जानते हुए भी उत्तर प्रदेश का विद्युत विभाग हाथ पर हाथ रखे बैठा है। बल्लियों के सहारे तार लगाकर बिजली पहुँचाने की यह दास्तां उस स्थान की है, जहाँ से स्कूल के बच्चो का आवागमन होता है।

बांस पर बिजली, जुबान पर क ख ग और जोखिम में जान :

बानगी के तौर पर जिले के मुसाफिरखाना विकासखण्ड अन्तर्गत ‘धरौली नया-कोट’ मार्ग पर स्थित प्राथमिक विद्यालय गल्लामंडी के परिसर में जर्जर बांस के बल्ले के सहारे लटके बिजली के तार स्कूली बच्चों के लिए खतरा बने हुए है।

बता दे कि यहाँ खंभे के स्थान पर जर्जर बांस लगाकर तार लटकाया गया है और उसी तार के सहारे विद्युतापूर्ति हो रही है। स्थानीय लोगो ने कहना है कि बिजली विभाग की लापरवाही व उदासीन रवैये के चलते आए दिन क्षेत्र में दुर्घटनाएं होती रहती हैं ।

कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा :

विद्यालय के प्राचार्य रमेश कुमार ने बताया कि परिसर में बांस के बल्ले के सहारे बिजली के तार से करंट प्रवाहित होती है। विद्यालय में 100 से अधिक बच्चे पढ़ते हैं। अभिभावको ने बताया कि बरसात होने से पानी से इकठ्ठा होने से बांस लगातार जर्जर हो रहे है, जो कभी भी गिर सकते है और कोई भी बड़ी अनहोनी हो सकती है ।

इनका कहना है :

मामला संज्ञान में है,विद्युत विभाग को अवगत कराकर उचित व्यवस्था करवाई जायेगी – अखिलानन्द राय बीईओ मुसाफिरखाना

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TeamDigital