मुस्लिम महिला शकीला ने किया ऐसा काम कि लोग कर रहे तारीफ़

भोपाल । कहते हैं इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नहीं होता । ऐसी ही एक मिसाल वसलाड़ कानपुर एक्सप्रेस में उस समय देखने को मिली जब प्रसव पीड़ा से कराह रही एक हिन्दू महिला की मदद के लिए एक मुस्लिम महिला ने हाथ बढ़ाया और पूरी ज़िम्मेदारी से ट्रेन में ही डिलीवरी कराई ।

वसलाड़ कानपुर एक्सप्रेस से सूरत से कानपुर जा रही 25 साल की भारती को मध्य प्रदेश के इटारसी स्टेशन गुजरने के बाद प्रसव पीड़ा शुरु हो गई । को-पैसेंजर्स ने मामले की गंभीरता को समझते हुए ट्रेन में मौजूद रेलवे के कर्मचारियों को इसकी सूचना दी, जिन्होंने इटारसी स्टेशन को सूचित किया ।

इटारसी स्टेशन से इसकी सूचना भोपाल स्टेशन पर दी गई । भेजी गई सूचना के बाद भोपाल स्टेशन पर रेलवे अस्पताल के डॉक्टरों की एक टीम पहुंच गई लेकिन बीच रास्ते में ही महिला को प्रसव शुरू हो गया । ऐसे में साथ यात्रा कर रही मुस्लिम महिला शकीला ने धर्म जाति को दरकिनार करते हुए भारती को संभाला और उसकी ट्रेन में डिलेवरी करवाई ।

भोपाल स्टेशन पहुंचने पर वहां पहले से मौजूद डॉक्टरों की टीम ट्रेन में चढ़ी और महिला के साथ उसके नवजात बेटे को ट्रीटमेंट देना शुरू कर दिया गया । फिलहाल जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित हैं और डॉक्टरों की अनुमति से महिला को कानपुर जाने की इजाजत दे दी गई है ।

इस पूरे मामले में भारती की मदद करने वाली मुस्लिम महिला शकीला की सभी लोग तारीफ करते भी नजर आए । वहीं शकीला का कहना था कि महिला को परेशानी में देख वो खुद को रोक नहीं सकी और बिना कुछ सोचे समझे बस मदद के लिए आगे बढ़ गई । सांप्रदायिक और छोटी सोच वाले लोगों के लिए शकीला द्वारा की गई मदद एक बड़ा सबक है ।

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TeamDigital