तीन दर्जन विधायकों के टिकिट कटने की खबर से सुरक्षित ठिकाना तलाश रहे बीजेपी विधायक
अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी अपने एलान के बावजूद उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं कर सकी। बीजेपी सूत्रों की माने तो बीजेपी इस बार करीब तीन दर्जन सिटिंग एमएलए को इस बार टिकिट नहीं देना चाहती। इसमें गुजरात सरकार के 4 मंत्री भी शामिल हैं।
सूत्रों ने कहा कि टिकिट कटने की खबर बीजेपी विधायकों में जंगल में आग की तरह फ़ैल गयी है। जिसके बाद कई सिटिग एमएलए चुनाव लड़ने के लिए सुरक्षित ठिकाना ढूंढ रहे है।
सूत्रों ने कहा कि करीब एक दर्जन सिटिंग एमएलए गुजरात में नई पार्टी बनाने वाले शंकर सिंह वाघेला के सम्पर्क में हैं और बीजेपी से टिकिट कटने की दशा में शंकर सिंह वाघेला की पार्टी से टिकिट लेकर बीजेपी उम्मीदवार के लिए चुनौती पैदा कर सकते हैं।
सूत्रों ने कहा अभी हाल ही में कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए विधायकों में से दो विधायकों को भी बीजेपी टिकिट नहीं देने का मन बना चुकी है। यदि ऐसा हुआ तो वे निश्चित तौर पर बीजेपी के खिलाफ बगावत कर चुनाव लड़ सकते हैं।
सूत्रों की माने तो करीब एक दर्जन से अधिक विधायकों ने अपने राजनैतिक करियर को बचाने के लिए दौड़भाग शुरू कर दी है और बीजेपी द्वारा टिकिट काटे जाने के बावजूद भी ये विधायक हर कीमत पर विधान सभा चुनाव लड़ेंगे।
सूत्रों ने कहा कि विधायकों द्वारा टिकिट कटने पर बगावत कर चुनाव लड़ने की भनक बीजेपी अध्यक्ष को लगने के कारण ही बीजेपी ने उम्मीदवारों की सूची जारी करने से परहेज किया।
सूत्रों के अनुसार बीजेपी अपने उम्मीदवारों की सूची जारी करने से पहले उन विधायकों को मनाने की कोशिश में जुटी है जिनके टिकिट काटे जाने हैं। सूत्रों ने कहा कि फिलहाल बागी रुख अख्तियार करने वाले ये विधायक चुनाव लड़ने के अपने फैसले पर डटे हैं।
सूत्रों ने कहा कि यदि बीजेपी ने उम्मीद के मुताबिक 30- 40 विधायकों के टिकिट काटे तो यह तय है कि बीजेपी को चुनाव में अपने ही बागियों से जूझना पड़ेगा।