झेलनी पड़ी मुस्लिम होने की पीड़ा, नहीं मिला गन का लाइसेंस, बदला नाम बना हिन्दू

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बागपत । एक व्यक्ति ने धार्मिक भेदभाव का जबाव भी कुछ उसी अंदाज़ में दिया । सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी के लिए आवश्यक बन्दूक के लिए लाइसेंस बनवाने की चाहत में यह व्यक्ति कई महीनो से पुलिस थानों और असला बाबू के ऑफिस के चक्कर लगा लगा कर इतना टूट गया कि उसने अपना धर्म परिवर्तन कर नाम भी बदल लिया ।

फुरकान नामक मुस्लिम युवक को मुस्लिम होने की पीड़ा तब तक झेलनी पड़ी जब तक उसने अपना धर्म परिवर्तन कर अपना नाम न बदल लिया । फुरकान 6 वर्ष से बन्दूक का लाइसेंस बनवाने की कोशिश कर रहा था ।

एक हिंदी दैनिक की वेबसाइट पर प्रकाशित एक खबर के अनुसार फुरकान ने एक आर.टी.आई भी दाखिल की थी जिसमें उसे पता चला कि इस दौरान जिले में कुल 378 लाइसेंस जारी किए गए लेकिन उसकी फाइल को हाथ तक नहीं लगाया गया।

फुरकान ने अपने बाल साफ करा लिए हैं और एक लंबी सी चोटी और माथे पर तिलक के साथ अपने इस नए रूप को उन्होंने फूल सिंह नाम दिया है। उसने बताया, ‘साल 2010 में मैंने सबसे लाइसेंस के लिए आवेदन किया था। करीब तीन सालों तक मैं क्लियरेंस और मंजूरियों के लिए एक विभाग से दूसरे विभाग के चक्कर काटता रहा, लेकिन साल 2014 में मेरी फाइल उन्होंने गुम कर दी और फिर से वही प्रक्रियाएं दोहराने के लिये कहा। मैंने फिर से दोबारा प्रक्रिया शुरू की।

फिलहाल फुरकान ई रिक्शा चलाकर अपने परिवार की गुजर बसर कर है । वही बागपत के जिलाधिकारी हरदेव शंकर तिवारी का कहना है कि प्रशासन किसी को लाइसेंस देने के लिए बाध्य नहीं है। इस मामले में पूरी जांच-पड़ताल के बाद ही लाइसेंस जारी किया जाएगा।वैसे फुरकान अब इस मामले में हाईकोर्ट जाने की भी तैयारी कर रहे हैं।

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TeamDigital