झारखंड में बीजेपी की घेराबंदी को एकजुट हो रहा विपक्ष, एक भी वोट बंट न पाए पर जोर
रांची। झारखंड में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए इस बार विपक्ष सेकलर वोटों का बंटवारा रोकने की कोशिशों में जुट गया है। राज्य में बीजेपी की घेराबंदी के लिए महागठबंधन में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की पार्टी झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) को शामिल करने के लिए कोशिशें तेज हो गयीं हैं।
गौरतलब है कि झारखंड में कांग्रेस, जेएमएम, राजद और वामपंथी दलों वाले महागठबंधन में से झारखंड विकास मोर्चा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने अलग होने का एलान करते हुए सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का एलान किया है। मरांडी का आरोप है कि महागठबंधन में उनकी पार्टी को सम्मानजनक सीटें नहीं दी जा रहीं।
बबौलाल मरांडी के इस एलान के बाद विपक्षी दल के नेता उन्हें मनाने की कोशिश में जुट गए हैं। विपक्षी दलों का कहना है कि इस चुनाव में सेकुलर मतो का बंटवारा रोकना उनका पहला लक्ष्य है।
कांग्रेस सूत्रों की माने तो बाबूलाल मरांडी को मना लिया जाएगा और विपक्ष एकजुट होकर महागठबंधन के तहत चुनाव लड़ेगा। यदि ऐसा हुआ तो बीजेपी को हर सीट पर विपक्ष से कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ेगा।
हालाँकि अभी तक झारखंड विपक्ष मोर्चा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी की तरफ से कोई ऐसा बयान नहीं आया है जिससे लगे कि वे महागठबंधन में फिर से शामिल हो रहे हैं।
गौरतलब है कि राज्य में 81 विधानसभा सीटों के लिए 30 नवंबर से 20 दिसंबर तक पांच चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे। चुनावी नतीजे 23 दिसंबर को घोषित किये जाएंगे।