आरे कॉलोनी: सुप्रीमकोर्ट ने लिया संज्ञान, कल होगी सुनवाई

आरे कॉलोनी: सुप्रीमकोर्ट ने लिया संज्ञान, कल होगी सुनवाई

नई दिल्ली। मुंबई की आरे कॉलोनी में बड़ी तादाद में हरे पेड़ो के कटान का मामला अब सुप्रीमकोर्ट तक पहुँच गया है। देश की सर्वोच्च अदालत ने इस मामले में कल सुनवाई करने का एलान किया है। इतना ही नहीं इस मामले की सुनवाई के लिए सुप्रीमकोर्ट ने स्पेशल बैंच का भी गठन किया है।

गौरतलब है कि आरे कॉलोनी में 800 से अधिक पेड़ काटे जाने का विरोध कर रहे एक छात्रों के प्रतिनिधिमंडल ने सुप्रीमकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई को पत्र लिखा था। इस पत्र में मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई से मामले की तत्काल सुनवाई करने की अपील की गई थी।

सुप्रीमकोर्ट ने इस मामले में छह अक्टूबर को ग्रेटर नोएडा के लॉयड लॉ कॉलेज के एक छात्र रिषभ रंजन ने चीफ जस्टिस गोगोई को पत्र लिखकर कहा कि हम यह पत्र आपको इसलिए लिख रहे हैं क्योंकि मुंबई के अधिकारी इस महानगर के फेफड़ों को ही मार रहे हैं। मीठी नदी के नजदीक समूचा आरे फॉरेस्ट साफ किया जा रहा है।

इस पत्र के आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने रविवार को विशेष बेंच बनाने का फैसला किया। सुप्रीम कोर्ट ने पत्र को जनहित याचिका के तौर पर पंजीकृत करने का फैसला किया है। कोर्ट की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार मामले की सुनवाई सोमवार को सुबह दस बजे होगी।

बता दें कि आरे कॉलोनी इलाके में पेड़ो की कटाई का काम शुरू होने के बाद करीब 200 पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। शनिवार को आरे कॉलोनी क्षेत्र में मेट्रो शेड के निर्माण के लिए पेड़ो की कटाई का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों के साथ झड़प होने के मामले में मुंबई पुलिस ने छह महिलाओं सहित 29 लोगों को गिरफ्तार कर लिया था।

इस मामले में बॉम्बे हाई कोर्ट द्वारा आरे कॉलोनी को जंगल घोषित करने की सभी याचिकाओं को खारिज करने के बाद से ही यहां पेड़ काटने का काम शुरू हो गया था।

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TeamDigital